वॉशिंगटन । अमेरिका में इनदिनों राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के आलोचकों और डेमोक्रैटिक नेताओं को पाइप बम भेजे जाने से हड़कंप मचा हुआ है। न्यू यॉर्क से लेकर लॉस ऐंजिलिस तक कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने देसी तरीके से बनाए गए कम से कम 10 पाइप बम बरामद किए हैं। इनमें पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और पूर्व विदेश मंत्री हिलरी क्लिंटन भी शामिल हैं। खास बात यह है कि ये बम जिन लोगों को भेजे गए हैं, उनमें से ज्यादातर ट्रंप की नीतियों के प्रबल विरोधी हैं। एक के बाद एक पैकेट मिलने के बाद अब कानून प्रवर्तन अधिकारी पूरे अमेरिका में ऑपरेशन चला रहे हैं, जिससे उस शख्स तक पहुंचा जा सके, जो ऐसे पैकेट भेज रहा है।
सर्च की दिशा अब दक्षिणी फ्लोरिडा की तरफ केंद्रित हो गई है। जांचकर्ताओं का मानना है कि बड़ी संख्या में विस्फोटक डिवाइसेज यहीं से भेजी गई हैं। गुरुवार सुबह भी तीन और लिफाफे बरामद हुए हैं, जो अमेरिका के पूर्व उपराष्ट्रपति जोसेफ आर. बाइडेन और जानेमाने अभिनेता रॉबर्ट डी नीरो को भेजे गए थे। इतना सब होने के बाद भी अबतक किसी को कुछ पता नहीं चल रहा है कि पाइप बम कौन भेज रहा है और उसकी मंशा क्या है?

गौर करने वाली बात यह है कि अमेरिका में जितने भी लोगों को ये पैकेट भेजे गए हैं, उनमें काफी समानताएं हैं। सभी को भेजे गए लिफाफे में 1×6 इंच के आकार की PVC पाइप थी, जिसमें संदिग्ध पाउडर भेजा गया। पाइप के साथ एक छोटी सी बैटरी, एक डिजिटल घड़ी और एक इनिशिटर (जिससे बम में धमाका किया जाता है) भी लगा मिला है।
हालांकि अब तक किसी भी डिवाइसेज में विस्फोट नहीं हुआ है। ऐसे में अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या इन्हें सिर्फ डराने के लिए भेजा गया है, विस्फोट करने के लिए नहीं। सवाल यह भी है कि क्या इन डिवाइसेज में धमाका हो सकता है? बम के कुछ जानकारों ने सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही डिवाइस की तस्वीरें देखी हैं। उनका कहना है कि यह एक तरह की फर्जी डिवाइस है जिसे टेलिविजन और फिल्मों में भी दिखाया जाता है।