नई दिल्ली। ओडिशा के धेनकनाल जिले में कामलंगा गांव के पास शनिवार को बिजली के तार के संपर्क में आने से हुई 7 हाथियों की मौत पर प्रदेश सरकार ने सख्त कदम उठाया है.मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने रविवार को क्राइम ब्रांच को मामले की जांच करने आदेश जारी दिए हैं. उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैं कि अगर मामले में कोई आपराधिक गतिविधि मिलती है तो उस पर कड़ा कदम उठाया जाए.
मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपने के साथ ही प्रदेश सरकार ने अपने छह अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है. इसके अलावा सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई यूटिलिटी (सीईएसयू) के एक जूनियर इंजीनियर को लापरवाही बरतने पर बर्खास्त कर दिया है. वहीं वन विभाग ने भी अपने धेनकनाल रेंज ऑफीसर समेत तीन कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है.
बता दें कि शनिवार को ओडिशा के धेनकनाल जिले में कामलंगा गांव के पास बिजली की तार के संपर्क में आने से शनिवार को सात हाथियों की मौत हो गई थी. सहायक वन संरक्षक (एसीएफ) जितेंद्र दास ने शनिवार को बताया था कि पता चला है कि सदर वन रेंज में गांव के पास से 13 हाथियों का झुंड गुजर रहा था और इनमें से सात हाथी 11 किलोवाट की बिजली लाइन के संपर्क में आ गए.
उन्होंने बताया था कि ग्रामीणों ने सुबह पांच हथिनी और एक हाथी शावक समेत सात हाथियों को मरा हुआ देखा और इसकी सूचना वन्य अधिकारियों को दी. यह घटना स्पष्ट रूप से बिजली की तारों के नीचे तक झुके होने के कारण हुई. तीन हाथियों के शव सड़क पर पड़े हुए थे और चार अन्य नहर के भीतर पड़े हुए थे. यह घटना तब हुई जब हाथियों का झुंड पास के धान के खेत से कैनल रोड की तरफ बढ़ रहा था.