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अयोध्‍या मामला जनवरी तक टालने पर बोले CM योगी- ‘न्याय में देरी अन्याय के समान’

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में राम मंदिर-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद मामले के सुप्रीम कोर्ट में टलने और उसके बाद संतों की राम मंदिर निर्माण की बढ़ती मांग पर मंगलवार को ट्वीट किया. उन्होंने ट्वीट किया कि अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि से जुड़ा हुआ मामला माननीय उच्चतम न्यायालय में विचाराधीन है. समय पर मिला न्याय, उत्तम न्याय माना जाता है. न्याय में देरी कभी-कभी अन्याय के सामान हो जाता है.

 

 

अपने दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा कि संतों को पूरे धैर्य के साथ श्रीराम जन्मभूमि के समाधान की दिशा में होने वाले उन सभी सार्थक प्रयासों में सहभागी बनना चाहिए, जिससे देश में शांति और सौहार्द की स्थापना हो तथा भारत के सभी संवैधानिक संस्थाओं के प्रति सम्मान का भाव सुदृढ हो.

 

 

उन्होंने वीडियो ट्वीट कर कहा कि देश की न्यायपालिका के प्रति सबका सम्मान है और हम सभी उन संवैधानिक बाध्यताओं से बंधे हैं. माननीय उच्चतम न्यायालय श्रीराम जन्मभूमि का शीघ्र समाधान निकाले.

 

 

उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि ये संक्रमण काल चल रहा है. संतों को पूरे धैर्य के साथ इस समस्या के पूरे समाधान के लिए सार्थक प्रयासो में आगे बढ़ना चाहिए. जिससे इस देश में शांति और सौहार्द की स्थापना हो. और भारत की संवैधानिक संस्था के प्रति सम्मान का भाव हो. सीएम ने कहा कि वह तो चाहते हैं कि जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान हो. क्योंकि श्रीराम जन्मभूमि, अयोध्या उत्तर प्रदेश में है. उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था, सुरक्षा का दायित्व हमारे ऊपर है. हम लोग इस दायित्व को बखूबी निभाएंगे.

आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में सोमवार (29 अक्टूबर) को अयोध्‍या विवाद पर होने वाली सुनवाई टल गई है. सोमवार को चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस संजय किशन कौल और जस्टिस केएम जोसफ की बेंच ने इस मामले को अगले साल जनवरी के लिए टाल दिया है. सुप्रीम कोर्ट अब जनवरी में मामले की सुनवाई की अगली तारीख तय करेगा.

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