नई दिल्ली। भारतीय रेलवे (Indian Railway) की तरफ से नवंबर में शुरू की जा रही रामायण एक्सप्रेस को लेकर विभाग काफी उत्साहित है. विशिष्ट टूरिस्ट ट्रेनें रेलवे के लिए फायदे का सौदा साबित हो रही हैं. पहली रामायण एक्सप्रेस 14 नवंबर को दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से शुरू होकर अयोध्या जाएगी और वहां से एक-एक कर तीर्थस्थलों को घुमाते हुए रामेश्वरम तक जाएगी. 14 नवंबर को शुरू होने वाली ट्रेन को मिले जबरदस्त रिस्पांस को देखते हुए रेलवे ऐसी तीन और तीन और ऐसी रेलगाड़ियां शुरू करने जा रहा है.
15 दिन में सभी टिकट बुक हुए
ये रेलगाड़ी भी देश के अलग-अलग हिस्से से शुरू होकर रामायण से जुड़े तीर्थ स्थल घुमाएगी. रेलवे सूत्रों के अनुसार स्पेशल ट्रेनों में आमतौर पर 50 से 60 फीसदी तक ही सीटें भरती हैं. लेकिन रामायण एक्सप्रेस की घोषणा के 15 दिन के अंदर ही इसकी सभी सीटें बुक हो गई. अब इसी को ध्यान में रखकर रेलवे तीन ट्रेनें राजकोट, जयपुर और मदुरै से शुरू करने जा रहा है. ये तीनों ही ट्रेनें अयोध्या अवश्य जाएंगी.
जयपुर से 22 नवंबर को रवाना होगी
ट्रेन रामायण से जुड़े स्थल हनुमान गढ़ी, रामकोट और कनकभवन मंदिर के दर्शन कराए जाएंगे. इसके अलावा ट्रेन नंदीग्राम, सीतामढ़ी, जनकपुर, वाराणसी, प्रयागराज, श्रींगवेरपुर, चित्रकूट, नासिक, हंपी और रामेश्वरम भी जाएगी. जयपुर से रामायण सर्किट एक्सप्रेस 22 नवंबर को शुरू होगी. गुजरात के राजकोट से यह 7 दिसंबर को रवाना होगी. तीनों ट्रेनों में ही यात्रियों के लिए स्लीपर कोच लगाए जाएंगे. एक ट्रेन में 800 यात्रियों के सफर करने की व्यवस्था है.
श्रीलंका फ्लाइट से भेजा जाएगा
श्रीलंका जाने के इच्छुक यात्रियों को फ्लाइट से भेजा जाएगा. यात्रा के दौरान तीर्थ यात्रियों के खाने-पीने, ठहरने और घुमाने की जिम्मेदारी रेलवे की होगी. 14 नवंबर से चलने वाली ट्रेन में एक व्यक्ति का किराया 15 हजार 120 रुपये है. इसे दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से रेल मंत्री पीयूष गोयल हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. रेलवे की तरफ से कहा गया कि ट्रेन के 16 दिन के पैकेज में भगवान श्रीराम के जीवन से जुड़े भारत और श्रीलंका के महत्वपूर्ण स्थलों के दर्शन कराए जाएंगे.
ट्रेन का पहला पड़ाव अयोध्या, हनुमान गढ़ी, रामकोट और कनक भवन मंदिर होगा. श्रीलंका के टूर पैकेज में यात्रियों को कैंडी, नुवारा एलिया, कोलंबो, नेगोंबो में रामायण काल से जुड़े स्थलों के दर्शन कराए जाएंगे.