वॉशिंगटन। नॉर्वे के अनुभवी राजनयिक का नाम सीरिया के लिये अगले विशेष दूत के तौर पर नामित किया गया है. नॉर्वे के राजनयिक ने ओस्लो शांति समझौते को दिशा प्रदान करने वाली वार्ताओं की निगरानी में मदद की थी. एएफपी को मिले एक पत्र में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने सुरक्षा परिषद को बताया कि उनकी इच्छा है कि गेर पेंडरसन को यह दायित्व सौंपी जाये. पेडरसन एक अनुभवी राजनयिक हैं. वह 1993 में गोपनीय वार्ताओं को अंजाम देने वाली नॉर्वे की टीम के सदस्य थे. इन्हीं वार्ताओं के चलते इस्राइल एवं फलस्तीन के बीच ओस्लो समझौता पर दस्तखत हुए थे.
2005 में दक्षिण लेबनान के लिये संयुक्त राष्ट्र के दूत और फिर 2007 से 2008 तक समूचे लेबनान के लिये विशेष समन्वयक सहित क्षेत्र में वह कई पद पर रहे. पेडरसन फलस्तीनी प्राधिकरण में कई साल नॉर्वे के प्रतिनिधि के तौर पर सेवा दे चुके हैं. वर्तमान में वह चीन में नॉर्वे के राजदूत हैं और इससे पहले वह संयुक्त राष्ट्र में इसके दूत के तौर पर काम कर चुके हैं.
गुतारेस ने पत्र में लिखा, ‘‘ आपको यह सूचित करते हुये मुझे हर्ष हो रहा है कि मैं गेर ओ पेडेरसन को सीरिया के लिये विशेष दूत के पद पर नियुक्त करना चाहता हूं. इस निर्णय को लेने की प्रक्रिया में मैंने जिन लोगों से विस्तृत विचार विमर्श किया है उनमें सीरीयाई अरब गणराज्य की सरकार भी शामिल है. ’’
गौरतलब है कि सीरिया में 2011 में सरकार के खिलाफ विद्रोह शुरू हुआ था और दावा किया जाता है कि इसमें अब तक तीन लाख 60 हजार से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.