लखनऊ। भारत और वेस्टइंडीज सीरीज के दौरान कई रिकॉर्ड टूटे और बने. क्रिकेट के इन रिकॉर्ड के साथ ही लखनऊ के इकाना इंटरनेशनल या अटल बिहारी वाजपेयी स्टेडियम ने भी अपनी तरह का अलग कीर्तिमान बनाया. सभी को मालूम है कि वह इंटरनेशनल क्रिकेट मैचों की मेजबानी करने वाला देश का 52वां और सबसे नया स्टेडियम है. लेकिन यह बात कम लोग ही जानते हैं, कि उसने पावर मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी के मामले में देश के सभी प्रमुख स्टेडियमों को पीछे छोड़ दिया है.
लखनऊ के इकाना इंटरनेशनल स्टेडियम एंड स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में एबीबी इंडिया पावर मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी इस्तेमाल की गई है. लखनऊ दो दशक के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट के नक्शे पर लौटा है. इकाना स्टेडियम में अत्याधुनिक सुविधाएं हैं. एबीबी ने पावर सेविंग के लिए अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया है, जिसमें हाई रिलायबिलिटी, फास्टर फॉल्ट डायग्नोसिस सिस्टम शामिल है. एबीबी इससे पहले जयपुर के सवाई मानसिंह क्रिकेट स्टेडियम इनोवेटिव हाइब्रिड स्विचगियर के लिए सबस्टेशन टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर चुकी है.
एबीबी की टेक्नोलॉजी की वजह से ही इकाना स्टेडियम में जगह का अच्छा उपयोग किया जा सका है. इससे अन्य सुविधाओं के लिए स्टेडियम में जगह निकल आई. एबीबी के मैनेजिंग डायरेक्टर (भारत) संजीव शर्मा ने कहा, ‘हमें गर्व है कि हमने भारतीय शहरों में नेक्स्ट लेवल की टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया है. रिलायबल पावर आगामी दौर की स्मार्ट सिटी का आधार है.’
स्टेडियम की बात करें तो क्रिकेट उन खेलों में से एक है, जिसकी टाइमिंग सबसे अधिक है. वनडे मैच सात घंटे और टेस्ट मैच करीब 30 घंटे का खेल है. इन मैचों में सटीक निर्णय और रियल डेटा एनालिसिस, हाई स्पीड वीडियोग्राफी के लिए सैकड़ों कैमरों और सेंसर की जरूरत पड़ती है. इसमें बहुत ज्यादा बिजली खपत होती है. मीडियम वोल्टेज पैनल्स पर काम करने वाली एबीबी की रिलायबल पावर टेक्नोलॉजी इस खपत को कम करती है. इसलिए इसे नेक्स्ट जेनरेशन टेक्नोलॉजी भी कहा जाता है.
भारत ने 6 नवंबर को इस स्टेडियम में खेले गए मैच में वेस्टइंडीज को 71 रन से हराया था. इस मैच में रोहित शर्मा ने 111 रन की शानदार पारी खेली थी. भारत ने रोहित की शतक की बदौलत दो विकेट पपर 195 रन बनाए थे. इसके बाद वेस्टइंडीज को नौ विकेट पर 124 रन पर रोक दिया था.