पिछले सीज़न पूरे दो साल के बाद वापसी करने वाली चेन्नई सुपर किंग्स की टीम ने पुराने घोड़े यानि कि पुराने खिलाड़ियों पर दांव लगाकर सबको चौंका दिया था. जिसके बाद धोनी की कप्तानी में टीम ने दिखा दिया कि आखिर क्यों वो इस फॉर्मेट और खेल के बादशाह जाने जाते हैं.
चेन्नई ने ना सिर्फ वापसी करते हुए आईपीएल सीज़न 11 का खिताब जीता बल्कि ये भी संदेश दे दिया कि वो एक बार फिर से एक नई शुरुआत के लिए तैयार हैं. अब एक बार फिर से चेन्नई ने दिखा दिया है कि वो इस सीज़न भी अपने पुराने खिलाड़ियों पर ही भरोसा करेगी.
डिफेंडिंग चैंपियन चेन्नई सुपरकिंग्स(सीएसके) ने बुधवार को घोषणा की कि उसने 2019 सत्र के लिए 22 खिलाड़ियों को रिटेन किया है. चेन्नई ने खिताब जीतने वाली अपनी टीम से सिर्फ तीन खिलाड़ियों के रिलीज किया है.
दो साल के बैन के बाद आईपीएल में वापसी करते हुए सीएसके ने फाइनल में सनराइजर्स हैदराबाद को हराकर 2018 सत्र का खिताब जीता था. टीम ने इंग्लैंड के तेज गेंदबाज मार्क वुड के अलावा भारतीय खिलाड़ियों में कनिष्क सेठ और क्षितिज शर्मा को रिलीज किया है.
फ्रेंचाइजियों को 15 नवंबर तक आईपीएल संचालन परिषद को अगले महीने होने वाली 2019 खिलाड़ी नीलामी के लिए अपने रिटेन और रिलीज किये गये खिलाड़ियों की जानकारी देनी है.
चोटिल आलराउंडर केदार जाधव के विकल्प के तौर पर चुने गए इंग्लैंड के आलराउंडर डेविड विली को टीम में बरकरार रखा गया है.
जाधव को पहले मैच में ही चोट लग गई थी और वह बाकी टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले पाए थे. इस ऑलराउंडर को हालांकि टीम में बरकरार रखा गया है. वुड को सिर्फ एक मैच खेलने का मौका मिला था जबकि कनिष्क और क्षितिज एक भी मैच में नहीं खेले.
सीएसके ने कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, सुरेश रैना, हरभजन सिंह और रविंद्र जडेजा को 2018 की नीलामी से पहले रिटेन किया था और ड्वेन ब्रावो तथा फाफ डु प्लेसिस के लिए राइट टू मैच कार्ड का इस्तेमाल किया.
टीम ने न्यूजीलैंड के आलराउंडर मिशेल सेंटनर का विकल्प नहीं मांगा था जो चोटिल हो गए थे. सीएसके सूत्रों के अनुसार सेंटनर टीम में वापसी करेंगे.
इस साल नीलामी में सीएसके के पास साढ़े आठ करोड़ रुपये होंगे इसमें छह करोड़ 50 लाख रुपये पिछले सत्र के हैं जबकि इस सत्र में अतिरिक्त दो करोड़ रुपये उपलब्ध कराए जाएंगे.