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बीजेपी पिछड़ों के खिलाफ, उपेंद्र कुशवाहा को एनडीए से अलग हो जाना चाहिए: कांग्रेस

पटना। लोकसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी की बीजेपी के साथ तनातनी बढ़ने के बीच कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने रविवार को कहा कि बीजेपी पिछड़ों एवं अति पिछड़ों के खिलाफ है और ऐसे में इन समुदायों की राजनीति करने वाले उपेंद्र कुशवाहा जैसे नेता को एनडीए से अलग हो जाना चाहिए.

उन्होंने यह भी कहा कि आरएलएसपी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा के एनडीए से अलग होने की स्थिति में उनके संप्रग के साथ आने जैसी किसी भी संभावना पर बात करना ‘समयपूर्व’ होगा.

उपेंद्र कुशवाहा

उन्होंने आरोप लगाया, ‘बिहार में जो लोग पिछड़ों और अतिपिछड़ों की राजनीति करते हैं उनको एनडीए से बाहर निकलना ही चाहिए क्योंकि बीजेपी पिछड़ों और अति पिछड़ों के खिलाफ राजनीति कर रही है.’

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘अगर कुशवाहा जी वहां असहज महसूस कर रहे हैं तो उसकी पुख्ता वजह है. यह वजह नरेंद्र मोदी और अमित शाह का अहंकार और बीजेपी सरकार की विफलता है. कुशवाहा जी एक अच्छे नेता हैं और अब तक उन्होंने पिछड़ों एवं अति पिछड़ों की राजनीति की है. ऐसे लोगों को इस फासीवादी पार्टी के साथ नहीं रहना चाहिए.’

यह पूछे जाने पर कि क्या आने वाले दिनों में आरएलएसपी बिहार में राजद एवं कांग्रेस के साथ होगी तो गोहिल ने कहा, ‘‘इस बारे में अभी कुछ भी कहना समयपूर्व होगा.’’

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘जो अपने आपको धर्मनिरपेक्ष कहते हैं वो फासीवादी ताकतों के साथ हैं. बिहार में अनैतिक गठबंधन चल रहा है. सत्ता के लिए ऐसी विचारधाराओं का मेल करने की कोशिश हो रही है जो पूरी तरह बेमेल हैं.’

सीटों के बंटवारों को लेकर बीजेपी के साथ आरएलएसपीकी खींचतान शनिवार को उस वक्त बढ़ गई जब कुशवाहा ने कहा कि बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए उनकी पार्टी को सीटों की जो पेशकश की है, वह ‘सम्मानजनक नहीं’ है.

कुशवाहा ने इन सीटों की संख्या का खुलासा तो नहीं किया, लेकिन उन्होंने कहा कि बिहार में एनडीए के घटक दलों द्वारा 30 नवंबर तक सीट बंटवारा समझौते पर पहुंचने से पहले वह इस बारे में नहीं बोलेंगे.

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