भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 4 मैचों की टेस्ट सीरीज का आगाज 6 दिसंबर से होने जा रहा है. दोनों टीमों के बीच पहला मैच एडिलेड में खेला जाएगा. टीम इंडिया ने 70 सालों में 11 बार ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया है, लेकिन आज तक भारत भी कोई सीरीज नहीं जीत सका है. ऑस्ट्रेलिया ने वहां 44 टेस्ट मैच खेले और केवल 5 मैच जीते हैं. टेस्ट मैच सीरीज शुरू होने से पहले भारत ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया इलेवन के साथ एक प्रैक्टिस मैच खेला था. हालांकि, यह मैच ड्रॉ रहा था, लेकिन इस मैच के दौरान टीम इंडिया की ताकत और कमजोरी उभरकर सामने आई हैं.
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया इलेवन ने चौथे दिन छह विकेट के नुकसान पर 356 रन से आगे खेलना शुरू किया था और उसकी पूरी टीम अपनी पहली पारी में 544 रन का विशाल स्कोर बनाकर ऑलआउट हो गई. भारतीय टीम इसके जवाब में चौथे और अंतिम दिन का खेल समाप्त होने तक दो विकेट पर 211 रन ही बना सकी और मैच ड्रॉ पर समाप्त हो गया. इस मैच में भारतीय बल्लेबाजों को प्रैक्टिस का काफी मौका मिला, लेकिन इस मैच में ओपनर पृथ्वी शॉ के चोटिल होने से टीम इंडिया को नुकसान भी हुआ. साथ ही इस मैच में यह दिखा कि भारतीय गेंदबाजी में खास दम नहीं है.
टीम इंडिया अपने युवा ओपनर को मिस करेगी
स्वाभाविक रूप से भारत की टीम पहले टेस्ट में युवा ओपनर पृथ्वी शॉ को मिस करेगी. अभ्यास मैच की पहली पारी में पृथ्वी शॉ ने आक्रामक अंदाज में 69 गेंदों पर 66 रन की पारी खेली थी. इसमें 11 चौके भी शामिल थे. यह सुनिश्चित था कि 19 वर्षीय यह ओपनर पहला मैच खेलेंगे और ओपनिंग करेंगे. अब भारत के लिए पृथ्वी शॉ का न होना एक बड़ा नुकसान साबित हो सकता है. फील्डिंग करते वक्त डीप मिडविकेट बाउंड्री पर कैच पकड़ने की कोशिश में चोटिल हो गए हैं. उनकी बाएं टखने में चोट लगी है. इस वजह से वह अब पहले टेस्ट में नहीं खेल पाएंगे. इस सीरीज में पृथ्वी आगे खेल पाएंगे या नहीं, अभी इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता.
केएल राहुल को उठाना होगा पृथ्वी के ना होने का फायदा
पृथ्वी शॉ के चोटिल होने के बाद केएल राहुल और मुरली विजय की शानदार बल्लेबाजी ने भारत को बड़ी राहत दी है. मुरली विजय ने दूसरी पारी में शतक लगाया तो केएल राहुल ने 62 रन की पारी खेली. टीम इंडिया पहले टेस्ट में राहुल और विजय के साथ ही शुरुआत करेगी. विराट कोहली राहुल को रन बनाते देखकर खुश होंगे. राहुल पहली पारी में रन बनाने में असफल रहे थे. मुरली विजय ने 132 गेंदों में 97.73 की औसत से 129 रनों की पारी खेली. विजय ने अपनी इस शानदाक शतकीय पारी में 16 चौके और 5 छक्के जड़े. मुरली विजय का ऑस्ट्रेलिया में रिकॉर्ड काफी अच्छा रहा है.ऑस्ट्रेलिया के पिछले दौरे पर पूरी सीरीज में विराट कोहली के बाद वह सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी थे. मुरली विजय दूसरे नंबर पर थे. उन्होंने 4 मैचों में 60.42 की औसत से 482 रन बनाए थे.
साधारण दिखी भारतीय गेंदबाजी
भारतीय बल्लेबाजी जहां आत्मविश्वास से भरी दिखाई दिए. वहीं, टीम इंडिया के गेंदबाज इस प्रैक्टिस मैच में प्रभावित करने में असफल रहे. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया इलेवन ने पहली पारी में 500 रन बना डाले. कोई भारतीय गेंदबाज उन्हें रन बनाने से नहीं रोक पाया. जाहिर है गेंदबाजों को सीनियर ऑस्ट्रेलियाई टीम में बेहतर गेंदबाजी करनी होगी. प्रैक्टिस मैच के दौरान गेंदबाज भी थके हुए दिखाई दिए. यही कारण था कि कुछ देर के लिए कप्तान विराट कोहली ने भी गेंदबाजी आक्रमण की कमान संभाली. भारत की ओर से मोहम्मद शमी को तीन, रविचंद्रन अश्विन को दो और उमेश यादव, ईशांत शर्मा, कप्तान विराट कोहली तथा जसप्रीत बुमराह को एक-एक विकेट मिले.
रोहित शर्मा नहीं, हनुमा विहारी को मिल सकता है मौका
ऐसा लगता है कि पहले टेस्ट मैच में रोहित शर्मा की जगह बैटिंग ऑलराउंडर हनुमा विहारी को तरजीह दी जाएगी. उन्होंने अपने पहली पारी में अर्द्धशतक जमाया और दूसरी पारी में उन्हें तीसरे नंबर पर प्रमोट किया गया. हनुमा के प्रैक्टिस मैच में खेलने का मतलब यह हो सकता है कि रोहित शर्मा को और इंतजार करना होगा. दक्षिण अफ्रीका दौरे पर दो टेस्ट मैच खेलने के बाद ड्रॉप किए गए टीम इंडिया के ओपनर रोहित शर्मा ने एक बार फिर से 10 महीने बाद टेस्ट टीम में अपनी जगह बनाई है. टेस्ट क्रिकेट में रोहित शर्मा की किस्मत वनडे के बिल्कुल उलट दिखाई पड़ती है. जहां एक तरफ रोहित शर्मा वनडे और टी20 क्रिकेट में असाधारण खिलाड़ी दिखाई पड़ते हैं. वहीं, टेस्ट क्रिकेट में औसत खिलाड़ी नजर आते हैं. शायद यही वजह है कि टेस्ट टीम में वह लगातार अंदर-बाहर होते रहे हैं.
भारतीय बल्लेबाजी दिखी दमदार
इस प्रैक्टिस मैच की पहली पारी में ही भारतीय बल्लेबाजों ने अपना दमखम दिखा दिया. भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे के एकमात्र प्रैक्टिस मैच में टीम इंडिया की क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया इलेवन के खिलाफ शानदार शुरुआत रही थी. सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर चल रहे इस मैच में पहले तो पृथ्वी शॉ ने शानदार हाफ सेंचुरी लगाई और उसके बाद चेतेश्वर पुजारा के साथ कप्तान विराट कोहली ने भी शानदार फिफ्टी लगाई. इन तीनों खिलाड़ियों के बाद हनुमा विहारी और अजिंक्य रहाणे ने शानदार हाफ सेंचुरी लगाईं. मैच की दूसरी पारी में केएल राहुल ने अर्धशतक और मुरली विजय ने शानदार शतक जड़ा था.