लखनऊ/बुलंदशहर। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में कथित गोकशी के बाद हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने योगेश राज नामक शख्स को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि योगेश ही इस घटना का मास्टरमाइंड था और वह बजंरग दल का जिला संयोजक योगेश राज है. पुलिस द्वारा हिंसा को लेकर दर्ज की गई रिपोर्ट में बजरंग दल के नेता योगेश राज को भी नामजद किया गया था. योगेश राज ने इससे पहले गौ हत्या का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई थी.
पुलिस ने 6 अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया
जानकारी के अनुसार, नामजद लोगों में से योगेश राज समेत 3 लोग गिरफ्तार किए गए हैं. इनके अलावा पुलिस ने 6 अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया है. पुलिस द्वारा गोकशी के अलावा हिंसा के मामले में दर्ज की गई एफआईआर में योगेश राज समेत 27 लोग नामजद हैं, जबकि 60 अज्ञात को भी आरोपी बनाया गया है.
सात लोगों के खिलाफ गोवध अधिनियम की धारा के तहत मुकदमा दर्ज
उल्लेखनीय है कि पुलिस ने गोकशी के मामले में नयाबांस गांव निवासी योगेश राज की तहरीर पर गांव के सात लोगों के खिलाफ गोवध अधिनियम की धारा के तहत मुकदमा दर्ज किया है.
उधर, इस मामले में यूपी पुलिस ने बीती रात जनपद और आसपास के क्षेत्रों में छापेमारी की. इस छापेमारी के दौरान पुलिस ने सुबह तक दो लोगों को गिरफ्तार भी किया है. हालांकि अभी भी एसआईटी की तरफ से छापेमारी की जा रही है.
बुलंदशहर हिंसा में मारे गए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के बेटे अभिषेक सिंह ने कहा कि ‘मेरे पिता चाहते थे कि मैं अच्छा इंसान बनूं, जो कभी भी धर्म के नाम पर समाज में हिंसा को बढ़ावा न दे. आज मैंने हिंदू-मुस्लिम विवाद में अपने पिता को खो दिया, कल किसी और के पिता को मारा जाएगा’.
बता दें सोमवार को कथित गोकशी को लेकर बुलंदशहर के स्याना में भड़की हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की गोली लगने से मौत हो गई थी. जब पुलिस चिंगरावठी इलाके में गोकशी की अफवाह फैलने के बाद उमड़ी अक्रोशित भीड़ को नियंत्रित करने का प्रयास कर रही थी, तभी इंस्पेक्टर एसके सिंह को सिर में गोली मार दी गई थी. इसके अलावा उनके सिर, कमर, घुटना समेत शरीर के कई जगहों पर डंडों से चोट के निशान भी मिले हैं. जानकारी के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने सुबोध कुमार की सरकारी पिस्टल और 3 मोबाइल फोन लूट लिए.इस घटना में एक युवक भी मारा गया. बुलंदशहर में तनावपूर्ण स्थिति के चलते बड़े पैमाने पर सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है.