Friday , November 22 2024

फेसबुक पर वॉन्टेड का विज्ञापन देख उड़े अपराधी के होश, बोला- अरे साहब, 48 घंटे में होता हूं हाजिर

वॉशिंगटन। आज-कल सोशल मीडिया किसी के लिए फायदा तो किसी के लिए नुकसान का सबब बनता जा रहा है. ऐसा ही एक मामला सामने आया है वॉशिंगटन का, जहां फेसबुक को पुलिस ने मनोरंजन का जरिया ना बनाकर काम का अड्डा बना लिया है. दरअसल, यहां की पुलिस ने फेसबुक पर एक विज्ञापन जारी किया था. यह विज्ञापन एंथनी एकर्स नाम के एक अपराधी को पकड़ने के लिए जारी किया गया था. एंथनी ने जैसे ही फेसबुक पर यह विज्ञापन देखा उसने तुरंत इसका जबाव दिया और 48 घंटे के अंदर पुलिस स्टेशन में सरेंडर करने की बात कही.

बता दें रिचलैंड पुलिस हर वेडनेसडे ऐसा ही पोस्ट जारी करती है. रिचलैंड की पुलिस ने इसे वॉन्टेड वेडनेसडे का नाम दिया है. ऐसे में पुलिस ने एंथनी एकर्स के नाम से यह पोस्ट जारी किया जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए एंथनी ने 48 घंटे के अंदर सरेंडर करने की बात कही. रिचलैंड पुलिस के पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए एंथनी ने कहा कि ‘आपके ऑफर के लिए धन्यवाद, मैं एक महीने तक आपके एरिया में हूं और आने वाले 48 घंटों के अंदर मैं पुलिस चौकी पहुंच जाउंगा.’

एंथनी की प्रतिक्रिया देख एक फेसबुक यूजर ने पुलिस से पूछा कि क्या उसने सरेंडर कर दिया. इस पर पुलिस ने कहा कि वह अभी तक नहीं आया है. वहीं अपने न पहुंचने पर एकर्स ने कहा कि ‘मैं आपसे माफी मांगना चाहता हूं कि मैं नहीं पहुंचा. मैं हमेशा अपना कमिटमेंट निभाता हूं, लेकिन इस बार नहीं निभा पाया. मैं इसके लिए माफी मांगता हूं, मैं जानता हूं कि आपके पास मेरे ऊपर भरोसा करने का कोई कारण नहीं है, लेकिन मैं कल लंच टाइम से पहले पहुंचने की पूरी कोशिश करूंगा.’

वहीं दोबारा पहुंचने की बात भी बोलकर जब एकर्स नहीं पहुंचा तो पुलिस ने उसे अपनी गाड़ी से लाने का ऑफर दिया. इस पर एकर्स ने कहा कि वीकेंड होने के कारण वह वहां से चला गया, लेकिन वह जल्द ही सरेंडर करेगा और तीसरी बार किए वादे को एकर्स ने निभाते हुए पुलिस स्टेशन में सरेंडर कर दिया. वह जब पुलिस स्टेशन पहुंचा तो उसने पुलिस के साथ सेल्फी ली और फोटो को सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि वह अपनी स्वीटहार्ट के साथ डेट पर आया है.

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch