Thursday , May 2 2024

कमलनाथ को मिला आरजेडी का साथ, कहा- उनके बयान का अर्थ गलत निकाला गया

पटना। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ के बाद अपने बयानों के कारण चर्चा में आए कमलनाथ को राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) का साथ मिला है. कमलनाथ के बयान का बचाव करते हुए आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि उनके कहे शब्दों का कुछ और मतलब निकाला गया है. मृत्युंजय तिवारी ने कहा, ”कमलनाथ के कहने का मतलब कुछ और था जबकि उसका मतलब कुछ और निकाला गया.” हालांकि उन्होंने जोड़ा कि इस तरह के मामले में किसी का बचाव करने का सवाल ही नहीं उठता है चाहे कोई भी नेता हो, किसी भी पार्टी का हो, ”हमारा मानना है कि बिहारियों के साथ इस तरह का व्यवहार न किया जाए.”

गुजरात में बिहार के कामगारों के साथ हुए व्यहार को लेकर उन्होंने कहा, ”अल्पेश ठाकोर के बयान पर हमने पहले ही आपत्ति दर्ज कराई है लेकिन कमलनाथ के बयान को उस तरह से नहीं लिया जाना चाहिए जिससे बिहार और यूपी के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचे.”

आरजेडी प्रवक्ता ने कहा, ”बिहारी सबपर भारी होते हैं. हम बिहारी हैं और गर्व से कहते हैं कि हम बिहारी हैं इसलिए बिहार की बात पर किसी को डिफेंड करने का सवाल नहीं उठता. चाहे कोई भी नेता हो, किसी भी पार्टी का हो, हमारा साफ मानना है कि बिहारियों के साथ इस तरह का व्यवहार, इस तरह के बोल न बोलें.

बता दें कि शपथ के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने कहा था कि राज्य के उद्योगों में 70 फीसदी रोजगार प्रदेश के युवाओं को देने के नियम पर हस्ताक्षर किए हैं. इसके मुताबिक राज्य के उन उद्योगों को ही इन्सेंटिंव यानी छूट दी जाएगी, जिनमें 70 फीसदी रोजगार स्थानीय लोगों को दिया जाएगा.

आगे उन्होंने कहा था कि उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों के लोग यहां आते हैं, लेकिन स्थानीय लोगों को जॉब नहीं मिल पाती है. उन्होंने कहा, ”हमारी छूट देने वाली नीति उन उद्योगों के लिए होगी, जहां 70 फीसदी रोजगार मध्य प्रदेश के युवाओं को दिया जाएगा.”

कमलनाथ के इस बयान के बाद बिहार बीजेपी के अध्यक्ष नित्यानंद राय ने कहा था, ”बिहार के लोगों पर कांग्रेस नेता कमलनाथ का बयान घोर निन्दनीय है. सत्ता में आये अभी दो दिन ही हुए कि कांग्रेस पार्टी का अहंकार नजर आने लगा है और उनका मूल चरित्र खोल से बाहर आने लगा है. कांग्रेस ने सत्ता संभालते ही मध्य प्रदेश में क्षेत्रवाद का बीज बोना शुरू कर दिया.”

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch