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पंत छोड़ सिलेक्टर को भाए धोनी, इन 4 कारणों से चयन के लिए हुए मजबूर

न्यूजीलैंड दौरे पर खेली जाने वाली टी-20 सीरीज के लिए पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की भारतीय टी-20 टीम में वापसी हुई है. ऑस्ट्रेलिया में भारत को वनडे सीरीज खेलनी है. टीम इसके बाद न्यूजीलैंड दौरे पर जाएगी. महेंद्र सिंह धोनी ने फरवरी में न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाली सीरीज के लिए भारतीय टी20 टीम में वापसी की जबकि युवा विकेटकीपर ऋषभ पंत को वनडे टीम से बाहर कर दिया गया.

धोनी को घर में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली गई टी-20 सीरीज में जगह नहीं मिली थी. इसके बाद हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में खेली गई टी-20 सीरीज में धोनी को टीम में नहीं चुना गया था. इसके बाद यह माने जाने लगा था कि उनका टी-20 करियर लगभग खत्म है. चयनकर्ताओं के फैसले ने सबको हैरान कर दिया है. आइए उन 5 कारणों पर एक नजर डालते हैं जिसके चलते उन्होंने यह फैसला लिया.

1. अखिल भारतीय सीनियर चयन समिति ने हालांकि धोनी को मौका दिया और दो अहम विदेशी दौरों पर उनके अनुभव को तरजीह दे उन्हें टीम में वापस बुलाया है. ऑस्ट्रेलिया में भारत को 12 जनवरी 2019 से तीन मैचों की वनडे सीरीज खेलनी है. धोनी हालांकि वनडे टीम में लगातार बने हुए हैं.

2. 37 बरस के धोनी के चयन को सही ठहराते हुए बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा, “अब सिर्फ आठ वनडे मैच खेले जाने हैं तो चयनकर्ता धोनी को विश्वकप से पहले पूरा समय देना चाहते हैं. तीन टी-20 का मतलब है कि अगले एक महीने में वह 11 मैच खेल सकेंगे.”

3. 21 वर्षीय पंत भारत के खिलाफ वेस्टइंडीज के साथ हुई पांच वनडे मैच की सीरीज में बैकअप के तौर पर लिए गए थे. पंत ने पांच में से 3 मैच विशेष बल्लेबाज के तौर पर खेले थे. इन तीन मैचों में दो बार उन्हें बल्लेबाजी का मौका मिला. कुल 41 रन बनाए. अधिकतम स्कोर 24 रहा. पंत लंबी खेलने में नाकाम रहे. तीसरे वनडे में उन्होंने अहम मौके पर विकेट गंवाया था जिसके चलते टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा था.

4. टी-20 में पंत ने अच्छा खेल दिखाया है लेकिन टीम के जरूरत के अनुसार अभी बल्लेबाजी करने में सक्षम नहीं हैं. हाल ही में, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 सीरीज में अहम मौकों पर लापरवाहीपूर्ण शॉट खेलकर अपना विकेट गंवाया.

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