नई दिल्ली। हनुमान जी की जाति को लेकर गर्माई सियासत फिलहाल शांत होने का नाम नहीं ले रही है. अलवर में उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के ‘हनुमान जी को दलित’ बताने वाले बयान पर अब राजनीति है कि थमने का नाम ही नहीं ले रही. सीएम योगी के बयान के बाद कई राजनेताओं ने हनुमान जी की जाति तय करने की कोशिश की. किसी ने हनुमान जी को आदिवासी बताया तो किसी ने मुसलमान, किसी ने कहा कि हनुमान जी चीनी थे तो किसी ने कहा खिलाड़ी थे. इन सबके बाद अब मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार में कभी कैबिनेट मंत्री रहे कंप्यूटर बाबा ने भी सीएम योगी के खिलाफ हल्ला बोल दिया है.
सीएम योगी पर निशाना साधते हुए कंप्यूटर बाबा ने कहा कि ‘योगी जी ने हनुमान जी को लेकर जो बात कही है, वह बिल्कुल गलत है. इस मामले पर योगी जी को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए. अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो हम उनके खिलाफ आंदोलन करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी दोनों ही धर्म विरोधी हैं. मुख्यमंत्री योगी के ‘हनुमान जी को दलित’ दलित बताने वाले बयान से हम बेहद दुखी हैं, इसलिए अब हम उनके खिलाफ कोर्ट तक जाएंगे.’
वहीं कंप्यूटर बाबा ने आगे कहा कि ‘अभी हम 5 से 10 तारीख के बीच प्रयागराज जा रहे हैं. वहीं पहुंचकर हम अखाड़े का भी नाम तय करेंगे.’ बता दें विधानसभा चुनाव के कुछ समयपहले तक शिवराज कैबिनेट में मंत्री रहे कंप्यूटर बाबा ने पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के सामने विधायक का चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी. जिसके बाद टिकट न मिलने मिलने की आशंका पर उन्होंने भाजपा का साथ छोड़ दिया. वहीं बाबा को राजनीति में सक्रिय होता देख दिगंबर अनी अखाड़े से निष्काशित कर दिया गया. जिसके बाद अब वह ‘श्रीदशनाथ नर्मदा अखाड़ा’ बनाएंगे. अखाड़े के आराध्य भगवान श्री राम होंगे.