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जानिए कमिंस की बाउंसर के जाल में कैसे फंसे हनुमा विहारी, गंवाया अपना विकेट

भारत और ऑस्ट्रेलिया  के बीच टेस्ट सीरीज का तीसरा मैच मेलबर्न में चल रहा है. टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया जिसके बाद टीम इंडिया के लिए हनुमा विहारी और मयंक अग्रवाल ने की. दोनों ने पहले 18 ओवर में ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों को विकेट लेने नहीं दिए. लेकिन हनुमा विहारी पैट कमिंस की बाउंसर के जाल में फंस कर अपना विकेट गंवा बैठे. हनुमा विकेट पूरे योजना के मुताबिक लिया गया.

पहले पैट कमिंस की बाउंसर को विहारी जज नहीं कर सके और गेंद उनके हेलमेट पर लगी. हालाकि विहारी कमिंस के इस बाउंसर से तो बच गए लेकिन वे बाउंसर पर सहज नहीं रहे. 5 ओवर ही बाद 19वें ओवर में पैट कमिंस ने एक और बाउंसर विहारी को फेंकी तो विहारी उनके जाल में फंस गए. इस बार विहारी ने बाउंसर को डक नहीं बल्कि खेलने की कोशिश कर बैठे. गेंद उनके ग्लब्स से लगकर उछली और दूसरी स्लिप पर खड़े एरोन फिंच ने आसान कैच पकड़ लिया. विहारी 66 गेंदों पर केवल 8 रन बना सके.

13वें ओवर में पैट कमिंस की बाउंसर हनुमा विहारी के हेलमेट पर जाकर लगी थी. विहारी गेंद लगने के बाद आराम से चलते दिखे और विहारी ने मौका देखकर रन भी ले लिया. लेकिन अंपायर ने विहारी से पूछ ही लिया कि क्या वे ठीक हैं. इसके साथ ही  अंपायर ने इशारा कर भारत के फिजियो को बुला लिया. इस बीच विहारी ने सिर को सहलाते दिखे जबकि वे कह रहे थे कि वे ठीक हैं. इसी बीच पैट कमिंस भी विहारी के पास पहुंच गए और पूछा के क्या वे ठीक हैं.

घास होने के बाद भी मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजों को पिच से मदद नहीं मिली. विहारी जहां रन बनाने के बजाए विकेट बचाने में ज्यादा दिलचस्पी दिखाते नजर आए तो मयंक की कोशिश अपना नेचुरल गेम खेलने में ही रही. मयंक ने धीमे खेले लेकिन उन्होंने रन लेने को कोई मौका नहीं छोड़ा. लंच तक भले ही टीम इंडिया ने विहारी का विकेट गंवा दिया, लेकिन पहले सत्र में भारत का स्कोर केवल एक विकेट के नुकसान पर 57 रन हो गया था. विराट कोहली की नई सलामी बल्लेबाजों की जोड़़ी ने उम्मीद के मुताबिक ही खेल दिखाया. विहारी ने अपने करियर में पहली बार ओपनिंग की है. घरेलू क्रिकेट में भी वे तीसरे नंबर के बल्लेबाज रहे हैं.

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