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क्रिकेटर से MP बने मशरफे मुर्तजा इन 6 वजह से हैं मशहूर

क्रिकेटर्स का राजनीति में आना कोई नई बात नहीं हैं. आमतौर पर क्रिकेटर्स रिटायरमेंट के बाद ही राजनीति में आते हैं. इसके अलावा कई क्रिकेटर्स अपने रिटायरमेंट की घोषणा से पहले ही अपनी किस्मत चुनावों में हाथ अजमाते दिखते हैं. भारत में ही ऐसे उदारण दिखे हैं जिसमें क्रिकेटर्स ने रिटायरमेंट की घोषणा से पहले ही अपनी किस्मत सार्वजनिक जीवन में चुनाव लड़कर आजमाई है लेकिन साल 2018 के खत्म होने से पहले एक अनोखा मामला सामने आया है जिसमें बांग्लादेश की वनडे क्रिकेट टीम के कप्तान मशरफे बिन मुर्तजा को कप्तान रहते ही सांसद चुन लिया गया.

जी हां, यह उपलब्धि हासिल की है बांग्लादेश के वर्तमान वनडे टीम के कप्तान मशरफे बिन मुर्तजा ने जिन्होंने रविवार को हुए अपने देश के आम चुनावों में  सत्तारूढ़ अवामी लीग पार्टी की ओर से चुनाव लड़ा और बड़े अंतर से जीत भी हासिल की.

क्रिकेट फुटबॉल भी है पसंद
35 साल के मशरफे बिन मुर्तजा का जन्म बांग्लादेश के दक्षिण पश्चिम में स्थित नरैल जिले में 5 अक्टूबर 1983 में हुआ था. उन्हें कौशिक के नाम से भी जाना जाता है. वे क्रिकेट के अलावा फुटबॉल और बैडमिंटन खेलना भी पसंद करते थे.

बिना फर्स्ट क्लास मैच खेले ही मिली थी टीम में जगह
टीम के लिए ऑलराउंडर के तौर पर खेलने वाले मशरफे मुर्तजा मूल रूप से तेज गेंदबाज हैं. मशरफे ने साल 2001 में जिम्बाब्वे के खिलाफ अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था, जबकि उससे पहले उन्होंने एक भी फर्स्ट क्लास क्रिकेट मैच नहीं खेला था. शुरुआत में वे बांग्लादेश के सबसे तेज गेंदबाज थे. करियर अनेक बार चोटों से परेशान रहे.

कप्तानी का शानदार रिकॉर्ड है मुर्तजा का
मशरफे ने बांग्लादेश के लिए अब तक केवल एक टेस्ट में कप्तानी की है जिसमें उन्होंने अपनी टीम को जीत दिलाई. साल 2009 में हुए इस टेस्ट में बांग्लादेश ने वेस्टइंडीज को हराया था. वहीं मुर्तजा ने अपने देश के लिए 70 वनडे और 28 टी20 की कप्तानी की है. इसमें से उन्होंने 40 वनडे और 10 टी20 में टीम को जीत दिलाई है.

चोटों ने किया परेशान
चोट ने मुर्तजा के करियर को बुरी तरह से प्रभावित किया. खासतौर पर वे टेस्ट क्रिकेट में कभी नियमित नहीं खेल सके और बाद में एक टेस्ट में कप्तानी करने के बाद वे चोट की वजह से टेस्ट क्रिकेट में कभी वापसी नहीं कर सके. बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड भी उनकी चोट की संभावना को देखते हुए उन्हें लंबे प्रारूप में खिलाना पसंद नहीं करता.

हाल ही में वेस्टइंडीज के खिलाफ ऐसा रहा प्रदर्शन
वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज में उन्हें केवल एक बार बल्लेबाजी करने का मौका मिला था, जिसमें उन्होंने केवल नाबाद 6 रन बनाए थे. वहीं इसी सीरीज में गेंदबाजी में उन्होंने 19.33 के औसत से कुल 6 विकेट लिए थे. उन्होंने अपने वनडे करियर में 202 मैच खेले हैं जिसकी 148 पारियों में उन्होंने 14.04 के औसत और 136.10 के स्ट्राइक रेट से 1728 रन बनाए हैं. वहीं गेंदबाजी में उन्होंने 4.8 की इकोनॉमी और 31.36 के औसत से कुल 258 विकेट लिए हैं.

क्या अब रिटायर हो जाएंगे मुर्तजा
मुर्तजा ने हाल ही में अपने रिटायरमेंट के बारे में बात करते हुए स्पष्ट किया था कि वे 2019 में इंग्लैंड में होने जा रहे आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप खेलना उनका लक्ष्य है उसके बाद ही वे रिटायरमेंट पर विचार करेंगे.

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