नई दिल्ली। अगस्ता वेस्टलेंड में आरोपी और प्रत्यर्पित कर देश लाया गया क्रिश्चियन मिशेल ईडी की जांच में सहयोग नहीं कर रहा है. क्रिश्चियन मिशेल ईडी के पास 3600 करोड़ के ऑगस्ता वेस्टलेंड मामले में 7 दिनों के लिये ईडी के पास हिरासत में था. ईडी के हर सवाल पर मिशेल कहता है कि उसे इस बात की जानकारी नहीं है, जो ईमेल अगस्ता वेस्टलैंड के सीईओ को लिखा गया था, जिसमें इटैलियन लेडी का जिक्र है उसके बारे में भी मिशेल कहता है की ये मेल उसने नहीं लिखा और उसे जानकारी नहीं है.
ईडी अब तक की जांच में जुटाये गये दस्तावेजों के आधार पर मिशेल से पूछताछ कर रही है. गांधी परिवार के बारे में पूछताछ पर भी मिशेल कहता है कि वह उन्हें नहीं जानता और जांच अधिकारी को उलझाने के लिये कहता है. उसके पिता वुल्फगैंग रिचर्डस इंदिरा गांधी को जानते थे लेकिन वह नहीं जानता. क्रिश्चियन मिशेल से पहले वुल्फगैंग रिचर्डस अगस्ता वैस्टलैंड के लिये इंडिया टेरिटरी का कारोबार देखते थे.
ईडी ने क्रिश्चियन मिशेल के ड्राईवर रहे नारायण से भी पूछताछ की और ये जानने की कोशिश की मिशेल किन किन नेताओं के पास जाता था लेकिन कोई अहम जानकारी नहीं निकल पाई. ईडी अधिकारियों के मुताबिक मिशेल काफी शातिर है और वह जब भी किसी से मिलने जाता था तो उसके बारे में कुछ ही लोगों को जानकारी होती थी, ड्राइवर नारायण के साथ वो फाईव स्टार होटल में जाता था और फिर वहां से किसी और के साथ निकल जाता था. यही वजह है कि नारायण से भी ईडी को कोई अहम सुराग नहीं मिल पाया है.
ईडी सूत्रों का कहना है कि पैसों की ट्रेल काफी लंबी है और कई देशो से इसके तार जुड़े हैं. लिहाज़ा जांच में काफी दिक्कतें आ रही हैं. मिशेल भी जांच में सहयोग नहीं कर रहा, क्योंकि उसे पता है कि अगर उसने किसी का नाम लिया तो बाकी देशों में फैले उसके कारोबार पर असर पड़ेगा.
ईडी अब मिशेल का रिमांड नहीं लेगी, क्योंकि वो अभी तक जांच में सहयोग नहीं कर रहा और जो भी दस्तावेज उसके सामने रखे जाते हैं. उनके बारे में किसी भी तरह की जानकारी से वह इंकार कर देता है. लिहाजा ईडी अब तक जुटाये गये सुबूतों के आधार पर ही जांच आगे बढ़ाएगी. जरूरत हुई तो बाद में क्रिश्चियन मिशेल का रिमांड लेगी.