Saturday , November 23 2024

जमीन के लालच में बेटा बना राक्षस, पहले की पिता की हत्या, फिर पार की निर्ममता की हदें

हिसार। हरियाणा के हिसार जिले के हसनगढ़ गांव में निर्मम हत्याकांड सामने आया है. यहां जमीन के लालच में एक बेटा इस कदर अंधा हो गया कि पहले उसने अपने पिता की निर्मम तरीके से हत्या की,​ उसके बाद शव को घर में ही दफना दिया. पिता की हत्या करने के बाद बेटे ने शव के साथ भी निर्ममता बरती. दरअसल, शव को दफनाने के लिए उसने जो गड्ढा खोदा था वह छोटा पड़ गया था. इसके बाद उसने पिता के शव को पैर से दबाकर तोड़ दिया और जैसे-तैसे गड्ढे में दफना दिया.

पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर मृतक सतबीर सिंह के शव को बरामद कर लिया है. सोनू के साथ वारदात को अंजाम देने में उसका ममेरा साला राहुल भी शामिल है. बरवाला के डीएसपी जयपाल सिंह ने बताया कि वारदात को 17 दिसंबर को अंजाम दिया गया था.

सोनू की बहन मुकेश रानी ने 31 दिसंबर को अपने पिता के लापता होने की पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. इसी बीच जांच के दौरान शक की सुई सोनू पर तब घूमी. जब पुलिस को जांच में पता चला कि सोनू सतबीर से पहले भी झगड़ा कर चुका था. इस बीच सख्ती से पूछताछ करने पर सोनू ने तोते की तरह सब बयां कर दिया.

सोनू ने पुलिस को बताया कि वह तथा उसका ममेरा साला राहुल मिलकर उसके पिता सतबीर को कल्लरभेणी के ढाबे से घर लाए थे. सतबीर सोनू के डर से ही ढाबे पर रह रहा था. घर लाने के बाद सोनू ने जमीन उसके नाम करवाने की बात को लेकर झगड़ा किया. इसी बीच दोनों ने मिलकर पीट—पीट कर सतबीर की हत्या कर दी और उसके शव को घर में ही दफना दिया.

9 एकड जमीन थी, पुलिस को करता रहा गुमराह
पुलिस के अनुसार सतबीर सिंह के नाम पर 9 एकड़ खेती की जमीन थी. सोनू चाहता था कि उसके हिस्से की जमीन उसका पिता उसके नाम कर दे. इसी जमीन के चक्कर में सोनू ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया. सोनू से जब पुलिस पूछताछ करती तो सोनू पुलिस को यह कहकर भी गुमराह करता कि उसके पिता सतबीर सिंह शराब पीने के आदि है, अपने आप आ जाएंगे.

रिमांड पर लेने की तैयारी
पुलिस आरोपी सोनू को सोमवार को हिसार अदालत में पेश कर रिमांड पर लेने की तैयारी में है. तफ्तीश के दौरान फोरेंसिक विभाग की टीम भी पुलिस के साथ मौजूद थी. पुलिस का कहना है ​कि रिमांड के दौरान वारदात में इस्तेमाल किए गए डंडे और अन्य सामान को बरामद करने के साथ—साथ आरोपपी राहुल का भी सुराग लगाने का प्रयास किया जाएगा.

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch