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‘धोनी का सॉफ्टवेयर तो ठीक है, लेकिन हार्डवेयर में है गड़बड़ी’

हाल में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया दौरे में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए पहले टेस्ट सीरीज और उसके बाद वनडे सीरीज जीत ली. वनडे सीरीज टीम इंडिया के लिए खास इसलिए भी ज्यादा रही क्योंकि इस सीरीज में टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने न केवल अपनी बल्लेबाजी की लय वापस हासिल की, बल्कि लंबे समय के बाद वे फिनिशर की भी भूमिका में नजर आए. धोनी के इस सीरीज में प्रदर्शन का विश्लेषण करते हुए टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज और कॉमेंटेटर संजय मांजरेकर ने कहा है कि उनका सॉफ्वेयर तो ठीक है, पर लगता है उनके हार्डवेयर में समस्या है.

धोनी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हाल ही में खत्म हुई तीन वनडे मैचों की सीरीज के सभी मैचों में हाफ सेंचुरी लगाई थी. ईएसपीएनक्रिक्इंफो से बातचीत में मांजरेकर ने इस सीरीज में धोनी के प्रदर्शन का विश्लेषण किया. मांजरेकर ने कहा कि साफ है कि वे अपने ‘श्रेष्ठ’ में नहीं हैं. उनका सॉफ्टवेयर, यानि उनका इंटेंटशन (इरादा), उनका दिमाग अब भी शानदार है. वे जानते के वे वास्तव में कर क्या रहे हैं, लेकिन उनका हार्डवेयर उनके सॉफ्टवेयर से तालमेल नहीं बिठा पा रहा है.” यहां हार्डवेयर से मांजरेकर का इशारा उनकी शारिरिक फिटनेस को लेकर था. हालांकि धोनी ने इस सीरीज में अपनी फुर्ती में कोई ढिलाई नहीं बरती.

अब वह बात नहीं रही धोनी में
मांजरेकर ने कहा, “ उनका हार्डवेयर 5-10 साल पहले जैसा नहीं रहा, वे जब चाहे छक्का लगा सकते थे. उनके पास अब वह क्षमता या वह विश्वास नहीं दिखा, लेकिन वे अब भी अंत तक टिके रहने के तरीके ढूंढ लेते हैं.” इस सीरीज में धोनी पहले मैच में 96 गेंदों में 51 रन बनाकर आउट हो गए थे और टीम को जीत नहीं दिला सके, जिसकी आलोचना भी हुई थी. इस मैच में रोहित शर्मा के शानदार शतक के बावजूद टीम इंडिया को 34 रनों से हार का सामना करना पड़ा था. इस मैच में 289 रनों का पीछा करने उतरी टीम इंडिया के पहले चार ओवर में केवल 4 रन पर तीन विकेट गिर गए थे जिससे टीम पर काफी दबाव आ गया था.

Sanjay Manjrekar

आखिरी दो मैचों में निभाई फिनिशर की भूमिका
धोनी ने इस सीरीज के आखिरी दो मैचों में धोनी ने हाफ सेंचुरी तो लगाई ही, लेकिन इसके साथ ही उन्होंने टीम को जीत दिलाते हुए खुद का विकेट भी नहीं गंवाया. आखिरी वनडे में तो धोनी को दो जीवनदान भी मिले और एक बार आउट होने के बाद भी उनके खिलाफ ऑस्ट्रेलिया ने अपील नहीं की थी. धोनी ने इस मैच में 114 गेंदों पर छह चौकों की मदद से केवल 87 रनों की पारी खेली थी.
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धोनी को इस सीरीज में मैन ऑफ द सीरीज का खिताब मिला. धोनी 37 साल 195 दिन की उम्र में मैच ऑफ द सीरीज का खिताब जीतने वाले सबसे ज्यादा उम्र के भारतीय खिलाड़ी बने. धोनी से पहले ये रिकॉर्ड सुनील गावस्कर के नाम था. वहीं यह धोनी के वनडे करियर का सातवां वनडे मैन ऑफ द सीरीज खिताब था.

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