विवादित राफेल डील पर आज संसद में सीएजी रिपोर्ट पेश किए जाने की संभावना है। सीएजी रिपोर्ट आने से पहले ही भाजपा और कांग्रेस एक-दूसरे पर हमलावर है। केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ‘‘झूठ” के आधार पर कैग की संस्था पर आक्षेप लगा रही है। इससे पहले कांग्रेस ने राजीव महर्षि से खुद को राफेल सौदे की ऑडिटिंग से अलग करने की अपील की थी।
कांग्रेस का आरोप है कि राजीव महर्षि तत्कालीन वित्त सचिव के तौर पर इससे संबंधित वार्ता का हिस्सा थे। कांग्रेस ने यह भी कहा कि महर्षि का संसद में राफेल पर रिपोर्ट पेश करना अनुचित होगा।
कांग्रेस को जवाब देते हुए अरुण जेटली ने एक के बाद एक कई ट्वीट करके कहा, “ ‘संस्थानों को बर्बाद करने वालों’ द्वारा झूठ को आधार बनाकर कैग की संस्था पर एक और हमला। दस साल सरकार में रहने के बावजूद संप्रग सरकार के पूर्व मंत्रियों को अब तक नहीं पता कि वित्त सचिव महज एक पद है जो वित्त मंत्रालय के वरिष्ठतम सचिव को दिया जाता है।”