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ई-कॉमर्स कंपनियों के सिग्नल बूस्टर बेचने पर लगी रोक, जानिए इसका कारण

नई दिल्ली। दूरसंचार उद्योग के संगठन सेल्युलर आपरेटर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (COAI) ने प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनियों फ्लिपकार्ट, अमेजन इंडिया और स्नैपडील से बिना वैध लाइसेंस के मोबाइल सिग्नल बूस्टर की बिक्री बंद करने को कहा है. सीओएआई ने ई-कॉमर्स कंपनियों को भेजे पत्र में कहा कि यह दंडनीय अपराध है.

एयरटेल और वोडाफोन जैसी कंपनियां
सीओएआई के सदस्यों में भारती एयरटेल, वोडाफोन आइडिया और रिलायंस जियो जैसी कंपनियां शामिल हैं. सीओएआई के महानिदेश राजन एस मैथ्यू ने कहा कि इन ई-कॉमर्स कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों को इस बारे में अलग-अलग पत्र भेजा गया है.

विदेशी निवेश के नियमों को सख्त किया
उधर, ई-कॉमर्स कंपनियों ने अपना नया व्यापार संघ ‘ई-कॉमर्स काउंसिल आफ इंडिया’ (टीईसीआई) बनाया है. इस संघ में स्नैपडील, शॉपक्लूज, अर्बनक्लैप और शॉप101 जैसी ई-कॉमर्स कंपनियां शामिल हैं. ई-कॉमर्स कंपनियों द्वारा व्यापार संघ बनाने का कदम ऐसे समय उठाया गया है जबकि सरकार ने ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए विदेशी निवेश के नियमों को सख्त कर दिया है.

इसके अलावा राष्ट्रीय ई-कॉमर्स नीति के मसौदे में सीमापार डेटा के प्रवाह पर अंकुश के लिए एक कानूनी और प्रौद्योगिकी ढांचे का प्रस्ताव किया गया है. इसके अलावा कंपनियों के लिए स्थानीय स्तर पर संवेदनशील आंकड़ों को जुटाने या उन्हें विदेश में स्टोर करने के संदर्भ में भी शर्तें तय की गई हैं.

इस नए संघ की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ‘‘देश के तेजी से बढ़ते ई-कॉमर्स क्षेत्र ने टीईसीआई नाम से अपना व्यापार संघ बनाया है. इस व्यापार संघ के संस्थापक सदस्यों में स्नैपडील, शॉपक्लूज, अर्बनक्लैप, शॉप 101, फ्लाईरोब और फाइंड शामिल हैं.’’

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