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कांग्रेस के खिलाफ क्यों बोलीं प्रियंका चतुर्वेदी? 1 सितंबर 2018 की घटना को कीजिए याद

नई दिल्ली। कांग्रेस की प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने आरोप लगाया है कि पार्टी में उन गुंडों को तवज्जो दी जा रही है, जो महिलाओं के साथ बदसलूकी करते हैं। उन्होंने ट्वीट किया कि जो लोग मेहनत कर अपनी जगह बना रहे हैं, उनके बदले ऐसे लोगों को तवज्जो मिल रही है। पार्टी के लिए मैंने गालियां और पत्थर खाए हैं, लेकिन उसके बावजूद पार्टी में रहने वाले नेताओं ने ही मुझे धमकियां दीं। प्रियंका चतुर्वेदी ने लिखा है कि जो लोग धमकियां दे रहे थे, वह बच गए हैं। इनका बिना किसी कड़ी कार्रवाई के बच जाना काफी दुर्भाग्यपूर्ण हैं।

कांग्रेस के खिलाफ क्यों बोलीं प्रियंका चतुर्वेदी?

दरअसल, 1 सितंबर 2018 को प्रियंका चतुर्वेदी राफ़ेल डील पर प्रेस कनफ़्रेंस करने मथुरा गई थीं। उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस पहले ज़िला कांग्रेस कमेटी के ऑफ़िस में होनी थी लेकिन नेताओं के आपसी झगड़े की वजह से एक होटल में की गई। और, इसी दौरान प्रियंका चतुर्वेदी से कांग्रेस के ही कुछ नेताओं ने बदसलूकी की, जिसकी प्रियंका चतुर्वेदी ने पार्टी के शीर्ष अधिकारियों से शिकायत की थी।

प्रियंका चतुर्वेदी की शिकायत पर पार्टी ने आरोपियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया था। हालांकि, उस वक्त मथुरा जिला में कांग्रेस पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक सिंह चकलेश्वर ने कहा था कि ‘हमने किसी से कोई बदतमीज़ी नहीं की थी। हम लोग शांति प्रिय तरीक़े से प्रियंका चतुर्वेदी को अपनी बात कहना चाहते थे। लेकिन, पार्टी के पूर्व विधायक प्रदीप माथुर ने ऐसा नहीं होने दिया। उन्होंने ही बड़े नेताओं से हमारी शिकायत भी की। वे कहते हैं कि अगर प्रियंका ज़ी हमारे ख़िलाफ़ कुछ कह दें तो पार्टी जो चाहे हमें सज़ा दे सकती है।’

इन पुरानी बातों से आगे बढ़ते हुए कांग्रेस पार्टी ने अपने महासचिव और यूपी (पूर्वी) के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया की सिफारिश पर सभी आरोपियों को वापस पार्टी में जगह दे दी है। कांग्रेस पार्टी के इसी फैसले पर प्रियंका चतुर्वेदी भड़की हुई हैं और गुस्से में कांग्रेस पार्टी पर ही हमला बोल दिया। हालाकिं, कांग्रेस ने प्रियंका चतुर्वेदी के साथ बदसलूकी की घटना पर खेद जताते हुए सभी कार्यकर्ताओं को उनके पदों पर बहाल किया है।

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