Friday , November 22 2024

बगदादी अभी जिंदा है! 5 साल में पहली बार दिखाई दिया आईएस सरगना अबू बकर अल-बगदादी

बगदाद। खूंखार आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट का सरगना अबू बकर अल-बगदादीजिहादी संगठन द्वारा सोमवार को जारी एक वीडियो में पांच साल में पहली बार दिखाई दिया. अभी यह स्पष्ट नहीं है कि यह वीडियो कब फिल्माया गया, लेकिन बगदादी ने पूर्वी सीरिया में आईएस के अंतिम गढ़ बागूज के लिए महीनों चली लड़ाई का जिक्र किया. यह लड़ाई पिछले महीने ही समाप्त हुई.

एक गद्दी पर बैठे और तीन लोगों को संबोधित करते हुए बगदादी ने कहा, ‘‘बागूज (सीरिया) की लड़ाई खत्म हो गई है’’ वीडियो में इन तीनों व्यक्तियों के चेहरे धुंधले किए गए हैं.

अल-बगदादी के 18 मिनट के वीडियो में वह सफेद रंग के कमरे में तीन अन्य लोगों के साथ बैठा दिख रहा हैं, उनके पास राइफलें भी हैं. उन्होंने वीडियो के एक हिस्से में श्रीलंका पर चर्चा की, जिसमें 21 अप्रैल को हुए हमलों के बारे में भी चर्चा की गई है. इस वीडियो में बगदादी श्रीलंका में हमले करने वाले हमलावरों की तारीफ करता दिख रहा है. इसके अलावा वह इस वीडियो में हाल की घटनाओं पर चर्चा करता है, जिसमें बागूज  की लड़ाई के बारे में भी बात की जा रही है.

इस वीडियो में वह कह रहा है कि श्रीलंका में ईस्‍टर पर किए गए हमले बघौज में आईएस की हार का बदला है. बागूज सीरिया में आतंकी समूह का आखिरी गढ़ था.

उल्‍लेखनीय है कि श्रीलंका में ईस्टर संडे को जो जर्बदस्त बम धमाके हुए थे, उनमें एक महिला समेत नौ आत्मघाती हमलावर शामिल थे तथा इस हमले के संबंध में संदेह के आधार पर अबतक 60 लोग गिरफ्तार किए गए हैं. एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी.

श्रीलंका में हुए सिलसिलेवार आतंकी हमले के बाद चर्च का फाइल फोटो…

इन आत्मघाती बम हमलावरों ने रविवार को गिरजाघरों और लक्जरी होटलों में जबर्दस्त हमला किया था, जिसमें कम से कम 359 लोगों की जान चली गई थी.

इस हमले के बाद श्रीलंका में सार्वजनिक स्थानों पर मुस्लिम महिलाएं अब नकाब नहीं पहन पाएंगी, क्योंकि देश में ईस्टर के दिन हुए बम धमाकों के मद्देनजर राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना द्वारा घोषित नए नियम सोमवार से प्रभावी हो गए.

राष्ट्रपति ने रविवार को नए नियम की घोषणा की थी, जिसके तहत चेहरे को ढकने वाली किसी भी तरह की पोशाक पहनने पर रोक लगा दी गई है.

 

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch