Tuesday , April 16 2024

देर रात फिर हिंसा, भाजपा नेता मुकुल रॉय और दमदम से प्रत्याशी समिक की गाड़ियों में तोड़फोड़

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में लगातार हिंसा जारी है। नगरबाजार इलाके में गुरुवार रात दमदम से भाजपा प्रत्याशी समिक भट्टाचार्य और पार्टी नेता मुकुल रॉय की गाड़ी पर अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया। हालांकि, जिस वक्त घटना हुई, तब समिक और मुकुल गाड़ी में मौजूद नहीं थे। इससे पहले गुरुवार रात 10 बजे यहां 19 मई को होने वाले सातवें चरण के चुनाव के लिए प्रचार बंद हो चुका है।

पिछले हफ्ते भी पूर्व मिदनापुर में पश्चिम बंगाल के भाजपा प्रमुख दिलीप घोष और असम के मंत्री हेमंत बिस्व सरमा की गाड़ी पर कथित रूप से तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हमला किया था। बंगाल में अब तक हुए 6 चरणों के चुनाव में हिंसा हुई है।

हिंसा के चलते एक दिन पहले ही खत्म हुआ चुनाव प्रचार
मंगलवार को कोलकाता में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान हिंसा भड़की थी। पथराव और आगजनी हुई। ईश्वरचंद्र विद्यासागर की मूर्ति तोड़ दी गई। बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में शाह ने कहा कि हम शांति से रोड शो निकाल रहे थे, लेकिन तीन हमले हुए। अगर सीआरपीएफ न होती तो मेरा बचकर आना नामुमकिन था। इसके बाद तृणमूल सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा- शाह बंगाल में बाहर से गुंडे लेकर आए थे। छात्रों ने शाह को पोस्टर और काले झंडे दिखाए थे। यह लोकतांत्रिक विरोध था। भाजपा वालों ने ही पत्थर फेंके।

ममता बनर्जी ने मंगलवार देर रात पैदल मार्च निकाला और कहा कि बंगाल में ठीक उसी तरह हिंसा हुई, जैसी कि अयोध्या में विवादित ढांचा गिराए जाते वक्त हुई थी। चुनाव आयोग ने बुधवार को बंगाल में चुनाव प्रचार एक दिन पहले बंद करने का आदेश दिया था। लिहाजा 16 मई को रात 10 बजे बंगाल में प्रचार खत्म हो चुका है।

विद्यासागर की मूर्ति बनवाए जाने पर राजनीति
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को मऊ (उत्तरप्रदेश) की जनसभा में कहा कि हम ईश्वरचंद्र विद्यासागर की पंचधातु की मूर्ति बनवाएंगे। इस पर पलटवार करते हुए ममता ने कहा कि 5 साल में राम मंदिर तो बनवा नहीं पाए और विद्यासागर की मूर्ति बनवाना चाहते हैं। बंगाल के पास मूर्ति बनवाने के लिए पैसा है। क्या मोदी 200 साल पुरानी धरोहर लौटा सकते हैं?

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch