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8 महीने पहले रची गई थी मोदी के मंत्री को ब्लैकमेल करने की साजिश, ऐसे करवाई गई थी मुलाकात

नई दिल्ली। मोदी सरकार में मंत्री डॉ. महेश शर्मा को ब्लैकमेल करने की प्लानिंग करीब पिछले 8 महीने से चल रही थी, लेकिन लोकसभा चुनाव में महेश शर्मा की व्यस्तता की वजह से मार्च को चुना गया, इसके बाद साजिश के तहत 22 मार्च को उषा ठाकुर ने आलोक कुमार को कैलाश अस्पताल में महेश शर्मा से ये कहकर मिलवाया, कि ये आपको चुनाव में मदद करेगा।

वीडियो बनाकर ब्लैकमेल की कोशिश
इस दौरान कथित वीडियो बनाया गया और 10 करोड़ रुपये की मांग की गई, 22 मार्च के बाद कई बार बैठकों का दौर चला, मामले को निपटाने की कोशिश भी हुआ, 9 अप्रैल को गौतमबुद्ध नगर में प्रचार का आखिरी दिन था, मंत्री की भारी व्यस्तता के बाद भी आलोक ने पैसे ऐंठने की कोशिश की, लेकिन अपने मंसूबों में सफल नहीं हो सका, इसके बाद उसी रात एक रिटायर्ड डिप्टी एसपी के घर पर देर रात बैठक हुई, जिसमें दोनों पक्ष के लोग शामिल हुए, वहां भी बात नहीं बनी, फिर 21 अप्रैल को नीशू को कैलाश अस्पताल भेजा और पूरे मामले का खुलासा हो गया।

उषा ठाकुर को मां कहकर बुलाता था आलोक
ब्लैकमेलिंग के आरोपी आलोक कुमार प्रतिनिधि नाम से चैनल चलाता था, जिसका ऑफिस नोएडा सेक्टर 63 में था, नोटबंदी के दौरान उसका चैनल बंद हो गया, इस चैनल पर अकसर उषा ठाकुर समसामायिक विषयों पर डिबेट के लिये पहुंचती थी, इसी दौरान आलोक की उषा ठाकुर से दोस्ती हो गई, घर आना-जाना भी शुरु हो गया, आलोक उषा ठाकुर को मां कहकर बुलाता था, इसके बाद इस तरह की योजना बनाई गई।

26 दिन की जांच के बाद गिरफ्तारी 
नोएडा पुलिस ने मामले में धीरे-धीरे कई कड़ियों को जोड़ा, पहले नीशू फिर आलोक की गिरफ्तारी हुई, जब पूछताछ की गई तो आलोक ने पूरी बात पुलिस को बता दी, करीब 26 दिन बाद उषा ठाकुर की गिरफ्तारी हुई। आलोक ने बताया कि स्टिंग ऑपरेशन नहीं दिखाने और बचने के गुर सिखाने के नाम पर आलोक कई विधायकों से पैसे लेता था, उसकी कई लोगों से मंथली बंधी हुई थी, पुलिस अब उन विधायकों के बारे में जानकारी हासिल करने में लगी है, जिनमें यूपी, हरियाणा, दिल्ली से लेकर बिहार तक के विधायक और मंत्री शामिल हैं।

उषा ठाकुर बड़ी बहन जैसी
मामले में केन्द्रीय मंत्री महेश शर्मा ने कहा कि उषा ठाकुर मेरी बड़ी बहन जैसी हैं, मैं उनका पूरा सम्मान करता हूं, मुझे उनसे कोई शिकायत नहीं है, और ना ही मैंने उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत की है, इस पूरे मामला की जांच पुलिस कर रही है, जांच के बाद ही उषा ठाकुर की गिरफ्तारी हुई है।

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