Saturday , November 23 2024

नरेंद्र मोदी ने इशारों में प्रज्ञा ठाकुर सरीखे सांसदों को दी सीख, कहा- बड़बोले बयानों से बचें

नई दिल्ली। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की बैठक में संसदीय दल के नेता चुने गए नरेंद्र मोदी ने सेंट्रल हॉल में मौजूद सांसदों को संबोधित किया. नरेंद्र मोदी ने एनडीए के नेताओं का आभार व्यक्त किया. उन्होंने पहली बार सांसद बनकर आए नेताओं का विशेष रूप से अभिनंदन किया. नरेंद्र मोदी ने कहा कि प्रचंड जनादेश जिम्मेदारियों को बढ़ा देता है. उन्होंने कहा कि भारत का चुनाव विश्व के लिए अजूबा है. पूरी दुनिया में भारतीयों ने इस विजय उत्सव को मनाया है. इस दौरान नरेंद्र मोदी ने ‘भारत के संविधान’ के सामने सिर झुकाकर अपने भाषण की शुरुआत की.

संसदीय दल की बैठक को संबोध‍ित करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा, ये चुनाव पूरे विश्‍व के लिए एक अजूबे की तरह था. हमें मिले प्रचंड जनादेश ने ज‍िम्‍मेदारी बढ़ा दी है. देश की जनता सेवाभाव स्‍वीकार करती है. अहंकार यहां स्‍वीकार नहीं क‍िया जाता है. भारत का मतदाता सत्‍ताभाव स्‍वीकार नहीं करता. जनता ने हमें क‍िसी पार्टी के कारण नहीं सेवाभाव के कारण चुना है. इसी के साथ मोदी ने कहा कि नए सांसदों और पुराने सांसदों को बड़बोले बयानों से बचना चाहिए. कुछ भी ऑफ द रिकॉर्ड नहीं होता है.

उन्होंने कहा कि कुछ लोग बड़बोलेपन में कुछ भी बोल देते हैं. मीडिया के लोगों को भी पता होता है कि यह 6 नमूने है, उनके घर के पास पहुंच जाओ कुछ भी बोलेगा. इससे बचें. उन्होंने कहा कि हमारी वाणी हमें संकट में डालती है. पीएम मोदी ने कहा, आपने मुझे आज चुना है. ये एक व्‍यवस्‍था का हिस्‍सा है. मैं भी आपमें से एक हूं. हमें कंधे से कंधा मिलाकर चलना है. सभी सांसदों के साथ साथ और बराबर चलना है. मैं साथि‍यों के वि‍श्‍वास पर जरूर खरा उतरूंगा.

पीएम मोदी ने बैठक ने संबोध‍ित करते हुए कहा, आमतौर पर चुनाव बांटते हैं. दूर‍ियां बढ़ाते हैं.  लेकि‍न 2019 के चुनाव में ऐसा नहीं है. इस चुनाव ने दीवारों को ग‍िराने का काम क‍िया है. इस बार देश भागीदार बना है. जितना हमने सरकार को चलाया, देश को बढ़ाया है, उससे ज्‍यादा देश की जनता ने देश को आगे बढ़ाया है. हर पांच साल में एंटी इन्‍कंबेंसी होती है, लेकि‍न जब व‍िश्‍वास मजबूत हो, प्रो इनकंबेंसी होती है.

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch