ईटानगर। अरुणाचल प्रदेश के एक गांव में रहने वाले ग्रामीणों ने दावा किया है कि उन्होंने सोमवार को एक पर्वत से घना काला धुआं निकलते देखा था। ग्रामीणों के इस दावे के बाद अधिकारी जांच में जुट गए हैं। दरअसल सोमवार को ही भारतीय वायु सेना का एक विमान लापता हो गया था। इसमें 13 लोग सवार थे। लापता विमान की तलाश का काम जारी है। इस बीच मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने सियांग, पश्चिम सियांग, लोअर सियांग तथा शि-योमी जिलों के उपायुक्तों से मुलाकात की और उन्हें तलाश अभियान तेज करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री के कार्यालय से जारी एक बयान के अनुसार सियांग तथा पश्चिम सियांग जिलों के अधिकारियों ने विमान के रास्ते में आने वाली सभी पर्वत श्रृंखलाओं पर तलाश के लिए तीन टीमें गठित की हैं। पुलिस महानिदेशक एस बी के सिंह ने सीएमओ को सूचित किया कि तुम्बिन गांव के तीन लोगों ने बताया है कि उन्होंने सोमवार दोपहर सियांग जिले के मोलो गांव की तरफ एक पर्वत से घना काला धुआं निकलते देखा था।
बयान में कहा गया कि दो जिला अधिकारियों द्वारा गठित प्रत्येक दल में 3-4 स्थानीय लोगों को शामिल किया गया है और ये लोग तुम्बिन गाँव के पास ‘बायर आदि’ पर्वत श्रृंखला, मोलो गाँव के पास ‘परी आदि’ पर्वत श्रृंखला और मोलो और तुम्बिन के बीच सिबिर-विरगांग पर्वत श्रृंखला के बीच विमान की तलाश करेंगे। बयान में कहा गया कि सभी दलों को आवश्यक साजो सामान मुहैया कराया गया है। ‘बायर आदि’ दल ने कल तलाश की थी लेकिन उन्हें कुछ पता नहीं लग पाया।
गौरतलब है कि भारतीय वायु सेना का रूस निर्मित विमान सोमवार को अरुणाचल प्रदेश के घने जंगलों वाले मेंचुका इलाके के पास लापता हो गया था। विमान ने सोमवार को असम के जोरहाट से चीन की सीमा के पास मेंचुका के लिए उड़ान भरी थी। सोमवार की दोपहर को उड़ान भरने के करीब 33 मिनट बाद विमान लापता हो गया। इसमें 13 लोग सवार थे।