नई दिल्ली। आतंकियों और अलगावादियों के खिलाफ सुरक्षा एजेंसियों की लगातार कार्रवाई से बौखलाई पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआई ने भारत के खिलाफ एक नई साजिश रचनी शुरू कर दी है .पाकिस्तान ने कश्मीर के कुछ अलगवादियो की मदद से चोरी छुपे एक और अलगाववादी ग्रुप बनाने में लगा हुआ है .ज़ी न्यूज़ को मिली एक्सक्लूसिव जानकरी के मुताबिक पकिस्तान ने इस नए ग्रुप में लश्कर के आतंकियों को भी शामिल किया है.आइएसआई की मदद से बने इस ग्रुप को कश्मीर के साथ साथ जम्मू में सेना और सुरक्षाबलों के खिलाफ बड़े प्रदर्शन की जिम्मेदारी दी गई है .रिपोर्ट के मुताबिक नए ग्रुप का प्रेसिडेंट इरशाद अहमद मालिक को बनाया गया है जिसके बारे में कहा जा रहा है की वो पूर्व में लश्कर का आतंकी रह चुका है .
अमित शाह के गृह मंत्री बनने के बाद ही गृह मंत्रालय से जुड़े सूत्रों ने ये साफ़ कर दिया था की आतंक और अलगावादियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की पालिसी लगातार जारी रहेगी. एनआईए ,इनकम टैक्स और प्रवर्तन निदेशालय कश्मीर में फैले भ्रष्टाचार और टेरर फंडिंग के खिलाफ कमर कस चुकी है जिससे आतंकी बौखलाए हुए है. एनआईए ने कई बड़े अलगवादी नेताओं को जेल में डाल दिया है जिसके बाद से कश्मीर में आतंक की कमर टूट रही है.
गृह मंत्रालय से जुड़े एक अधिकारी ने बताया है कि दिल्ली में स्थित पाकिस्तान हाई कमीशन पहले भी अलगाववादी नेताओं को मदद करता रहा है. पाकिस्तान से होने वाली टेरर फंडिंग का पैसा आतंकियों और अलगावादियों तक जाता है लेकिन एनआईए की जांच से ये फंडिंग काफी कम हो चुकी है, अब हमारी एजेंसियों ये पता लगा रही है कि जम्मू में बने इस अलगाववादी गुट को फंडिंग कौन कर रहा है और फंडिंग का सोर्स क्या है.
ख़ुफ़िया एजेंसियों ने कुछ दिनों पहले केंद्र सरकार को भेजे रिपोर्ट में बता या था कि कश्मीर में रमजान के दौरान अलगाववादी गुट फंडिंग की कमी को पूरा करने के लिए ज़कात का सहारा ले रहे है .यही नहीं नेपाल के रास्ते से भी आतंकियों को पैसे मिल रहे है ऐसे में पाकिस्तान कश्मीर में आतंकियो को मदद करने के लिए हर कोशिश में लगा हुआ है .