Saturday , April 20 2024

मुंबई में अगले दो दिन तक भारी बारिश का अनुमान, सीएम ने दी घरों में रहने की सलाह

मुंबई। मायानगरी मुंबई और आसपास के इलाकों में भारी बारिश के चलते दीवार गिरने से अब तक 22 लोगों के मारे जाने की खबर है. पिछले दो दिनों से जारी बारिश के चलते पूरे मुंबई शहर में हर तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है. घर, दफ्तर, बैंक, स्कूल यहां तक की पुलिस थाने तक में पानी भर गया है. सड़कों पर गाड़ियां रेंग रही है तो मुंबई की जान कहे जाने वाली लोकल ट्रेन की पटरियां पानी से लबालब है. मौसम विभाग मुंबई में अगले दो दिन तक भारी बारिश का अनुमान जताया है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने लोगों से घरों में रहने की अपील की है.

सीएम फडणवीस ने अपने ट्विटर अकाउंट से लिखा, ‘मौसम विभाग आज फिर भारी बारिश का अनुमान जताया गया है. लोगों को सलाह दी जाती है कि यदि कोई इमरजेंसी न हो तो वह घरों में ही रहें’

CMO Maharashtra

@CMOMaharashtra

Due to heavy rain forecast in Mumbai even today by IMD, People are advised to stay indoors unless there is any emergency.

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मौसम विभाग की वेबसाइट के मुताबिक मुंबई में 5 जुलाई तक इसी प्रकार के मौसम की भविष्यवाणी की गई है. नवी मुंबई, ठाणे और कोंकण में स्कूल कॉलेज बंद रहेंगे. कई फ्लाइट्स को बारिश के कारण मुंबई से अहमदाबाद डाइवर्ट किया गया है. मुंबई एयरपोर्ट से 54 फ्लाइट्स को डाईवर्ट किया गया है.

ANI

@ANI

: Railway tracks submerge at Sion railway station, after heavy rains in the area.

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बीएमसी का स्कूल कॉलेज बंद करने का दिया निर्देश
बीएमसपी ने मुंबई में भारी बारिश के चलते सभी स्कूल कॉलजों को बंद करने का निर्देश दिया है. महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री आशीष शेलार ने भी घोषणा की है कि आज 2 जुलाई को मुंबई, नवी मुंबई, ठाणे और कोंकण क्षेत्र के सभी स्कूल (प्राइवेट और सरकारी) बंद रहेंगे.

ANI

@ANI

: Water logging inside Vakola police station in Mumbai following heavy rainfall in the city.

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महाराष्ट्र में दीवार गिरने से 22 की मौत
महाराष्ट्र में दीवार गिरने से अब तक 22 लोगों की मौत हो गई है. बीती रात से भारी बरसात हो रही है जिसके चलते यह हादसे हुए हैं.

मुंबई के मलाड में कुरार गांव इलाके में दिवार गिरने से 13 लोगों की मौत हो गई और 11 लोग घायल हो गए है. एनडीआरएफ और बीएमसी के डिसास्टर मैनेजमेन्ट के जवान बचाव कार्य में लगे है.

कल्याण में स्कूल की दीवार दो घरों पर गिरने से एक बच्चे समेत 3 लोगों के मारे जाने की खबर है. इस हादसे में एक व्यक्ति घायल हुआ है. कल्याण के दुर्गाडी परिसर में रात 12,30 बजे के आसपास नेशनल उर्दू स्कूल की संरक्षण दीवार अचानक गिर गई. यह दीवार स्कूल से सटे दो घरों पर गिरी. मलबे में दबे 4 लोगों को स्थानीय लोगों ,पुलिस और फायरब्रिगेड की मदत से बाहर निकाला गया.

बीएमसी की तैयारी फेल
बारिश से पहले बीएमसी ने पूरे शहर भर में 180 ऐसी जगहों की पहचान की थी जहां पर पानी भर सकता हैं. इन स्थानों पर बडे़ पंप लगाए गए थे जिससे बारिश के दौरान पानी को निकाला जा सके. लेकिन उसका कोई लाभ मिलता नहीं दिख रहा है. बीएमसी का दावा था कि उसने तकरीबन 235 से ज्यादा पंप अलग अलग स्थानों पर लगाए हैं. बीएमसी ने  ज्यादातर उन स्थानों की पहचान की जो मुंबई के लो लाइन इलाके हैं जहां पर पानी भरता हैं. 15.86 करोड़ रूपए सड़को के गढ्ढे भरने पर. बीएमसी का दावा का 90 प्रतिशत ड्रेनेज सिस्टम साफ हो चुका हैं.

बीएमसी द्वारा किए गए स्ट्रक्चरल ऑडिट में अभी तक 29 पुलों के खतरनाक होने की बात सामने आई थी. इन 29 पुलों में 8 पुलों को तोड़ दिया गया है वहीं 21 पुलो को बंद कर दिया है. बीएमसी ने सभी 29 पुलों को फिर से बनाने का फैसला लिया है.

नालों की सफाइ का दावा भी निकला फुस्स
बीएमसी के मुताबिक अब तक 65 प्रतिशत नालो की सफाई हो गई, लेकिन उसके बावजूद भी पूरे शहर में पानी भरा है. बीएमसी ने 153 करोड़ रूपए नालों की सफाई पर खर्च किए.

खतरनाक बिल्डिंगों-पेड़ों को चिन्हित किया था
बीएमसी ने इस बार बार बारिश से पहले शहर की 499 बिल्डिंग को खतरनाक बताया था. इसके बावजूद मलाड, कल्याण और पुणे में दीवार गिरने से 22 लोगों के मारे जाने की खबर है. बीएमसी ने तकरीबन 10 हजार पेड़ों पर पोस्टर लगाया था और बताने की कोशिश थी कि बुरे अवस्था वाले पेड़ के नीचे बारिश के दौरान कार पार्क न करें साथ ही उसके नीचे न खड़े रहें. लेकिन पहली ही बारिश में यह पोस्टर धुल गए. इसके साथ बीएमसी ने लोगों से आपदा प्रबंधन(MCGM) नाम का ऐप लॉन्च किया है जिसमे लोगों को बारिश की संभावना, ट्रैफिक और हाई टाइड जैसी दूसरी कई जानकारियां मिल सकेगी.  50 करोड़ रूपए पेंड़ो की कटाई और छटाई पर खर्च किए गए.

इसके साथ बीएमसी ने उन इलाकों की पहचान की है जहा पर पानी भरता है तो ऐसे स्थानों से लोगो निकालने की भी तैयारी़ की गई थी. बीएमसी का दावा था कि लोगों को ले जाने के लिए बेस्ट की बसें और प्राइवेट गाडियों का भी इस्तेमाल होगा. इसके साथ बीएमसी ने ऐसे लोगों के फूड़ पैकेज का भी इंतजाम करने की बात कही थी जिसने वो गैर सरकारी संगठनों से मदद लेगी.

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