Saturday , November 23 2024

गर्भवती महिला संग 5 हैवानों ने की दरिंदगी, मंगेतर ने सदमे में दे दी जान

जयपुर। राजस्थान के बांसवाड़ा में एक लड़की के साथ रोंगटे खड़े कर देने वाले सामूहिक बलात्कार की घटना सामने आई है. जिसमें आरोपियों ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दी. अपने मंगेतर के साथ घूमने गई, महिला को 5 लड़कों ने ने बंधक बना लिया. उसके साथ 12 घंटे में 11 बार सामूहिक बलात्कार किया गया. उसे और उसके प्रेमी की बुरी तरह से पिटाई की गई.

पीड़ित महिला डेढ़ महीने की गर्भवती थी. पांच हैवानों ने उसके साथ ऐसी दरिंदगी दिखाई कि महिला का भ्रूण गर्भ में ही खत्म हो गया. मामला बांसवाड़ा के सदर थाना इलाके का है. दरअसल, बस्ती गांव निवासी प्रभु नामक एक लड़के ने अचानक आत्महत्या कर ली. पुलिस इस मामले की जांच कर रही थी. तभी इस घिनौने सामूहिक बलात्कार कांड का खुलासा हुआ.

पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को पहले धरदबोचा. फिर पांचवे आरोपी पर 5000 का इनाम रखा. लेकिन बाद में उसे भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. यह घटना एक माह पुरानी है. 13 जुलाई की रात थी. प्रभु नामक युवक अपनी मंगेतर को लेकर गांव से आ रहा था. तभी रास्ते में 3 लड़कों ने उस पर हमला कर दिया.

इस हमले में युवक और उसकी मंगेतर दोनों बेहोश हो गए. आरोपी दोनों को उठाकर अपने साथ एक सुनसान जगह पर ले गए. जहां एक कमरे में उन्हें बंद कर दिया गया. वहां पहले से आरोपियों के 2 साथी और मौजूद थे. फिर रात में शुरू हुआ हवस का खौफनाक खेल. उन लड़कों ने रातभर बारी-बारी से लड़की के साथ कई बार बलात्कार किया.

जांच में पता चला कि लड़की गर्भवती थी और डेढ़ महीने का गर्भ था. पिटाई और बलात्कार की वजह से डेढ़ महीने का गर्भ नष्ट हो गया. उसके बाद सुबह होने पर बलात्कारियों ने दोनों को सड़क किनारे फेंक दिया. होश आने पर प्रभु अपनी मंगेतर को लेकर गांव पहुंचा. मगर वह इस घटना से इतना टूट चुका था कि दुनिया को बताने के बजाय उसने खुदकुशी कर ली.

मामले की जांच में जुटी पुलिस अस्पताल में भर्ती प्रेमिका तक जा पहुंची. पुलिस ने उसके मोबाइल की कॉल डिटेल निकलवाई और चेक किया. तब इस वारदात का खुलासा हुआ. पुलिस ने आरोपी सुनील चरपोटा, विकास, नरेश गुर्जर, विजय और जितेंद्र को गिरफ्तार कर लिया है.

सभी आरोपियों के खिलाफ पहले से 7 मामले दर्ज हैं. जिनमें लूट और चोरी की वारदातें शामिल हैं. जिन्हें इन लोगों ने उसी इलाके में अंजाम दिया था.

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch