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जब पैसे देकर ऋषि कपूर ने हथिया लिया था अमिताभ बच्चन का अवॉर्ड!

बीते एक साल से न्यूयॉर्क में कैंसर का इलाज करा रहे बॉलीवुड अभिनेता ऋषि कपूर ने अपनी आत्मकथा में कई ऐसे राज खोले हैं जिन्हें सुनकर आप चौंक जाएंगें. जहां ऋषि कपूर ने यह बताया है कि उन्होंने अवॉर्ड खरीदने जैसा बुरा काम किया तो वहीं उनके और राजेश खन्ना के बीच के तनाव की वजह का भी उन्होंने सबके सामने रखा है. आज ऋषि कपूर अपना 67वां जन्मदिन मना रह हैं, इस मौके पर जानते हैं उनके करियर और उनके निजी जीवन से जुड़ी कुछ खास बातें…

ऋषि कपूर की बायोग्राफी ‘खुल्लम खुल्ला : ऋषि कपूर अनसेंसर्ड’ में उन्होंने कई ऐसे किस्सों का जिक्र बड़ इमानदारी से किया है जिनके बारे में शायद कोई और होता तो किनारा कर जाता. लेकिन इस किताब के सामने आते ही ऋषि की जिंदगी के ये किस्से तो चर्चा में आए ही थे साथ ही उनकी साफगोई भी लोगों का दिल जीत ले गई थी.

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अमिताभ बच्चन को मिलना था अवॉर्ड, ऋषि ने खरीद लिया
इस आटोबायोग्राफी में ऋषि कपूर ने इस राज को खोलकर सबको चौंका दिया था कि उन्होंने 30 हजार रुपये देकर साल 1973 में फिल्मफेयर अवॉर्ड अपने नाम किया था. यह अवॉर्ड फिल्म ‘बॉबी’ में बेस्ट एक्टर के तौर पर दिया गया था. ऋषि ने बताया कि उसी दौरान ‘जंजीर’ में अपने दमदार अभियन के जरिए अमिताभ बच्चन उनके मुकाबले में थे. इस वजह से दोनों में लंबे समय तक दूरी बनी रही.

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इस किताब में ऋषि कपूर ने बताया है, ‘जब मैं यास्मीन (पहली गर्लफ्रेंड) के साथ रिलेशनशिप में था तब उसने मुझे एक रिंग गिफ्ट में दी थी. जिसे ‘बॉबी’ की शूट के समय डिंपल मुझसे लेकर पहन लिया था. लेकिन उसके बाद जब डिंपल को राजेश खन्ना ने प्रपोज किया तो उनसे उस रिंग को समुद्र में फेंकने को कहा. डिंपल ने भी ऐसा ही किया और दोनों का रिश्ता शुरू हो गया.’ लेकिन इस वजह से राजेश और ऋषि के बीच लंबे असरे तक बातचीत नहीं हुई.

बता दें कि ऋषि कपूर ने काफी छोटी उम्र से ही फिल्मों में काम करने की शुरुआत की उन्होंने पिता राज कपूर की फिल्म ‘मेरा नाम जोकर’ में उनके बचपन का रोल प्ले किया था. लेकिन बतौर हीरो वह ‘बॉबी’ में पहली बार नजर आए. तब से आज तक ऋषि कपूर ने पीछे पलटकर नहीं देखा.

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