Sunday , November 24 2024

दिल्ली हिंसा: प्रदर्शकारी ने पुलिसकर्मी पर तान दी पिस्टल, चला दी गोली….

नई दिल्ली। नागरिकता कानून के विरोध और समर्थन में हुए प्रदर्शन के दौरान उत्तर पूर्वी दिल्ली और पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में हिंसक झड़प हुई. इस दौरान लोगों ने सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी की और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया. हिंसक प्रदर्शन की अलग अलग तस्वीरों में से एक दिल दहला देने वाला वीडियो भी सामने आया है. इस वीडियो में एक शख्स पुलिसकर्मी पर पिस्तौल तानकर खड़ा है. इसके बाद उसने अचानक फायरिंग कर दी.

प्रदर्शनकारियों के हमले में हेड कांस्टेबल रतन लाल की मौत हुई थी वो राजस्थान के सीकर के रहने वाले थे और 1998 में दिल्ली पुलिस में भर्ती हुआ था. परिवार में पत्नी और तीन बच्चे है. दिल्ली में परिवार के साथ बुराड़ी इलाके में रहते थे.

बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के समर्थन और विरोध करने वाले प्रदर्शनकारियों के बीच एक बार फिर हिंसा भड़क गई. इस हिंसा में अब तक 1 पुलिसकर्मी की मौत हो गई है और डीसीपी-एसीपी समेत 6 पुलिसकर्मी मैक्स अस्पताल में भर्ती हैं. उत्तर-पूर्व जिले में हिंसा के बाद जाफ़राबाद, मौजपुर-बाबरपुर, गोकुलपुरी, जोहरी एन्क्लेव और शिव विहार मेट्रो स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार बंद हैं.

उत्तर पूर्व और पूर्वी दिल्‍ली के कई इलाकों में भड़की इस हिंसा के बीच प्रदर्शनकारियों ने कई वाहनों में आग लगा दी. गोकुलपुरी में पत्‍थरबाजी में हेड कांस्‍टेबल की मौत हो गई. दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक एसीपी के रीडर रतन लाल (हेड कॉन्टेबल) की मौत हो गई. शाहदरा के डीसीपी अमित शर्मा भी घायल हुए हैं. इसके बाद भजनपुरा के एक पेट्रोल पंप के नजदीक एक कार में आग लगाई जिसके बाद पेट्रोल पंप भी आग की चपेट में आ गया.

डीसीपी शहादरा अपनी फोर्स के साथ नार्थ ईस्ट जिले के दयालपुर थाना इलाके के चांद बाग में डयूटी पर मौजूद थे. तभी उन पर हमला किया गया और उनकी गाड़ी में आग लगाई गई. इस पथराव में डीसीपी शहादरा अमित शर्मा को पत्थर लगे जिसके बाद उन्हें दूसरी सरकारी गाड़ी से मैक्स अस्पताल ले जाया गया. उसी वक्त मोके पर मौजूद पुलिस फोर्स ने अपने वायरलैस सेट से पुलिस कंट्रोल रूम को जानकारी दी, ‘डीसीपी साहब की गाड़ी में चांद बाग मजार के पास आग लगा दी गई है.’

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch