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जब अमिताभ के लिये रेखा का छलका था दर्द, मौत मंजूर लेकिन बेबसी नहीं, लव सीन देख रोने लगी थी जया

बीटाउन के सबसे आइडियल कपल अमिताभ बच्चन और जया बच्चन की शादी की आज 47वीं सालगिरह है, फिल्म इंडस्ट्री में पिछले कई दशकों से शीर्ष पर बने रहने के बाद भी दोनों की शादी आज लोगों के लिये मिसाल है, हालांकि एक दौर ऐसा भी था, जब इस रिश्ते की गांठ कमजोर पड़ने लगी थी, उसकी वजह थी एक्ट्रेस रेखा, आइये इस खास मौके पर हम आपको पूरी कहानी बताते हैं।

क्या कहा था रेखा ने
रेखा-अमिताभ के बीच जो कुछ भी था, उसकी गहराई का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है, कि साल 2004 में सिमी ग्रेवाल के इंटरव्यू में एक्ट्रेस ने कहा था कि मैं ये उनका घर तोड़ने के लिये नहीं कर रही, एक इंसान के नाते मैं ये कह सकती हूं कि उनके होने से मुझे खुशी होती है, उनकी अच्छाइयों से मैं बहुत ज्यादा प्रभावित हो गई थी, मेरे लिये मिस्टर बच्चन के सामने खड़े रहना आसान नहीं होता, अपनी जिंदगी में मैंने उनकी तरह कोई दूसरी चीज नहीं देखी, उनकी वजह से ही मैंने खुद पर भरोसा करना सीखा है।

एक ही बिल्डिंग में रहते थे
मालूम हो कि रेखा की मुलाकात जब अमिताभ बच्चन से हुई, तो वो पहले से शादीशुदा थे, जया भादुड़ी से उनकी शादी हो चुकी थी, लेकिन रेखा अमिताभ के प्यार में इस कदर पागल थी, कि उन्होने अपनी जिंदगी ही बदल डाली, जया के बारे में साल 1980 में सुपर को दिये एक इंटरव्यू में रेखा ने कहा था मैं कभी जया को बेहद जहीन महिला समझती थी, यहां तक कि उन्हें बहन की तरह मानती थी, वो अकसर मुझे बहुत गहराई से सलाह देती थीं, लेकिन बाद में मुझे पता चला कि वो सिर्फ अपना प्रभाव बढाने के लिये ऐसा करती थीं, एक ही इमारत में रहने के बाद भी उन्होने मुझे अपनी शादी में नहीं बुलाया था।

रेखा की वजह से जा की आंखों में थे आंसू
इस इंटरव्यू से साफ है कि दोनों महिलाएं एक-दूसरे को कुछ ज्यादा पसंद नहीं करती थी, लेकिन फिर जब बीच में अमिताभ बच्चन आ गये, तो हालत क्या हुई, इसका पता साल 1978 में स्टारडस्ट को दिये रेखा के साक्षात्कार से पता चलता है, रेखा ने बताया था कि फिल्म मुकद्दर का सिकंदर की स्क्रीनिंग थी, मैं प्रोजेक्शन रुम में थी, जया और उनके बच्चे पहली कतार में, बाकी लोग दूसरी कतार में बैठे थे, फिल्म में जैसे ही मेरे और अमित जी के बीत लव सीन आये, तो जया की आंखों से आंसू छलकने लगे, इस फिल्म के बाद से ही मुझे ज्यादातर फिल्ममेकर ये कहने लगे कि जया बच्चन ने मुझे ऐसी किसी फिल्म में ना लेने को कहा है, जिसमें अमिताभ बच्चन मेरे हीरो हों।

मैं अमित को कभी नहीं छोड़ूंगी
अमिताभ बच्चन ने कभी इस मसले पर एक भी शब्द नहीं बोला, लेकिन रेखा- द अनटोल्ड स्टोरी के मुताबिक पति-पत्नी होने के बाद भी अमिताभ-जया के रिश्ते में रेखा का प्रभाव था, कहा जाता है कि बात यहां तक पहुंच गई थी कि एक बार अमिताभ काम के सिलसिले में बाहर गये थे, तो जया ने रेखा को अपने घर डिनर पर बुलाया, तब जया ने रेखा से बहुत अच्छे से बात की, खाना खिलाया, और रेखा को विदा करने लगी, तो कहा मैं अमित को कभी नहीं छोड़ूंगी।

मौत मंजूर लेकिन बेबसी नहीं
कई किताबों और लेखों में इस बात का जिक्र है, कि जब फिल्म कूली के शूटिंग में अमिताभ बच्चन घायल हुए, तो रेखा भागती हुई ब्रीच कैंडी अस्पताल पहुंची, लेकिन रेखा को लेकर जया की सख्त हिदायत थी कि किसी भी हाल में उन्हें अंदर ना आने दिया जाए, इस बारे में रेखा ने कहा था सोचिये मैं उनसे ये बता तक नहीं सकी, कि मैं उस समय कैसा महसूस कर रही थी, मुझे मौत मंजूर थी लेकिन बेबसी नहीं, शायद मौत भी इतनी बुरी नहीं होती होगी।

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