लखनऊ। कानपुर एनकाउंटर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपी विकास दुबे का कानपुर का घर गिराने के बाद अब लखनऊ का मकान भी ढहाने की तैयारी है। इसके लिए रविवार को लखनऊ विकास प्राधिकरण की टीम ने नाप-जोख की।
बता दें कि कानपुर के चौबेपुर गांव में पुलिस ने विकास दुबे का घर ढहा दिया और उसकी लग्जरी कारें भी क्षतिग्रस्त कर दी गईं। लखनऊ के कृष्णानगर के इंद्रलोक स्थित कॉलोनी में अधिशासी अभियंता कमलजीत सिंह की अगुवाई में एलडीए की टीम ने मकान की नाप-जोख करवाई। अगर मकान को नक्शे के हिसाब से न पाया गया तो इसे ढहा दिया जाएगा। मामले पर एलडीए जल्द ही नोटिस जारी करेगा।
इसके पहले लखनऊ पुलिस ने भी विकास दुबे के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की तैयारी कर ली है। एसीपी कृष्णानगर दीपक कुमार सिंह ने बताया कि विकास का कृष्णानगर के इंद्रलोक कॉलोनी स्थित मकान को सील करने के लिए एलडीए को पत्र लिखा जा चुका है।
एसीपी कृष्णानगर के नेतृत्व में शनिवार दोपहर दो बजे विकास के फरार भाई दीप प्रकाश दुबे के घर पहुंची पुलिस ने वहां खड़ी दो अंबेसडर कारें व एक बुलेट बाइक जब्त की। इसमें से एक कार सरकारी नंबर की थी, जिसे नीलामी में खरीदा गया था। दूसरी कार की डिग्गी की तलाशी में पुलिस को एक डायरी व कुछ कागजात मिले, जिसकी जांच की जानी है।
एसीपी ने बताया कि कार किसने खरीदी थी, इस बारे में राज्य संपत्ति विभाग से जानकारी जुटाई जा रही है। वहीं, विकास व उसके भाई दीप का मकान सील करने के संबंध में एलडीए को पत्र लिखा गया है। फिलहाल मकान के बाहर पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। मकान में पले दो विदेशी ब्रीड के कुत्तों को गोमतीनगर की ध्यान फाउंडेशन के सुपुर्द कर दिया गया है।
एसीपी ने बताया कि इंद्रलोक कॉलोनी में विकास के भाई दीप प्रकाश के साथ रह रही उसकी मां सरला, पत्नी अंजली और अंजली की भांजी प्रियंका उर्फ तन्नू से शनिवार को दिन में कई बार पूछताछ की गई। अंजली और प्रियंका को पुलिस ने शुक्रवार सुबह हिरासत में लिया था।
दिनभर उनसे पूछताछ के बाद शाम को दोनों को घर भेज दिया गया था। उनसे मिली जानकारियां कानपुर पुलिस व एसटीएफ से साझा की गई हैं। बताया जा रहा है कि लखनऊ में विकास के परिजनों व करीबियों को भी कानूनी कार्रवाई की जद में लाने के लिए विशेषज्ञों से मश्विरा किया जा रहा है।
फरार भाई के किसी मंदिर में छिपा होने की सूचना
दीप प्रकाश दुबे के किसी मंदिर में छिपे होने की सूचना मिल रही है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि दीप प्रकाश की कार में राजस्थान के ब्रह्मर्षि श्री कुमार स्वामी जी आश्रम का स्टीकर लगा था। पूछताछ में सरला ने भी बताया कि विकास और दीप उक्त आश्रम से जुड़े थे। पुलिस आश्रम के बारे में जानकारी जुटा रही है। राजस्थान के आश्रम की लखनऊ और अन्य जिलों में शाखाओं के बारे में भी पड़ताल की जा रही है। दीप प्रकाश अपने भाई विकास की करतूत जानने के बाद शुक्रवार सुबह मंदिर जाने के बहाने कृष्णानगर के इंद्रलोक कॉलोनी स्थित घर से भाग गया था।
एलडीए के अधिशासी अभियंता कमलजीत सिंह का कहना है कि पुलिस ने इंद्रलोक कॉलोनी के दो मकान की जानकारी मांगी है। पूछा गया है कि क्या ये अवैध निर्माण है? सहायक अभियंता को मौके पर भेजा गया था। पूर्व में हुई कार्रवाई का भी पता किया जा रहा है। ये सूचना पुलिस को दे दी जाएगी। वहीं एलडीए सूत्रों का कहना है कि पुलिस ये जानकारी भी लेना चाह रही है कि क्या इन मकानों के तोड़ने के लिए ध्वस्तीकरण आदेश भी पूर्व में हुआ है। ऐसा हुआ तो इन मकानों के तोड़ने की कार्रवाई भी हो सकती है। दोनों मकान को कानपुर में 8 पुलिस वालों विकास दुबे की संपत्ति बताया जा रहा है।