लखनऊ। औरैया-दिबियापुर बाईपास पर सदर कोतवाली के एलजी गार्डन गेस्ट हाउस के पास रविवार को अज्ञात कार मिलने से सनसनी फैल गई। लखनऊ के नम्बर की ये कार किसी अमित दुबे के नाम पर रजिस्टर्ड है। आशंका जताई जा रही है कि कानपुर मुठभेड़ कांड में फरार आरोपियों ने इस कार का प्रयोग किया है। गाड़ी के अंदर रखे संदिग्ध कागज, गाड़ी में लगी हुई है चाबी। शक और गहरा दिया है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही।
कानपुर में दबिश देने गई पुलिस टीम पर हमले में आठ पुलिसकर्मियों के शहीद होने के बाद मुख्य आरोपी विकास दुबे फरार है। पेट्रोलिंग तथा चेकिंग कर रही हैं। आसपास के जिलों में तलाश की जा रही है।
आसपास जिलों की सीमाएं सील : पुलिस ने कानपुर मंडल के कानपुर, कानपुर देहात, कन्नौज, फर्रुखाबाद, इटावा, औरैया की सभी सीमाएं सील कर दी हैं। जीटी रोड पर स्थित गांव में हुई घटना के बाद से जीटी रोड पर जगह-जगह बैरियर लगाकर हो रही है संघन तलाशी ली गई। वहीं फॉरेंसिंक टीमें भी घटनास्थल पर जांच पड़ताल के लिए पहुंची है। अपराधी विकास के घर को चारों तरफ पुलिस तैनात कर दिया गया है।
कानपुर देहात से विकास दुबे के बहनोई को पुलिस ने हिरासत में लिया :घटना के बाद शुक्रवार सुबह शिवली पुलिस ने विकास दुबे के बहनोई दिनेश तिवारी को हिरासत में ले लिया है। उनके घर में लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दिनेश व उनके परिवार के लोगों की गतिविधियों को पुलिस ने चेक किया।
किलेनुमा मकान को पुलिस ने ढहाया
पुलिस ने बिकरू कांड के अगले दिन ही एडीजी जेएन सिंह और आईजी मोहित अग्रवाल ने विकास के किलेनुमा मकान को ढहाने का आदेश दिया। सुबह करीब 9:30 बजे जेसीबी से मकान ढहाने की कार्रवाई शुरू हुई तो पुलिस कर्मियों ने राहत की सांस ली। इकसे साथ ही हर वर्ग के लोगों में पुलिस की इस कार्रवाई की प्रशंसा देखने को मिली।
मोहित अग्रवाल, आईजी रेंज का कहना है कि अपराधियों के खिलाफ इसी तरह सख्त कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। इससे कि फिर कोई बदमाश पुलिस पर इस तरह का हमला करने की हिम्मत नहीं जुटा सके। विकास के अन्य संपत्ति का भी ब्योरा जुटाया जा रहा है।