लखनऊ। कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपित विकास दुबे पर पुलिस ने ढाई लाख रुपये का इनाम घोषित किया है। यूपी पुलिस के इतिहास में यह अब तक की सबसे बड़ी कार्यवाही है। पुलिस इनामिया विकास दुबे को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। इस हत्याकांड ने पुलिस और माफिया के बीच गठजोड़ को सार्वजनिक कर दिया है। राजधानी में भी कुल 23 ऐसे इनामिया अपराधी हैं, जो पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। इनमें कुख्यात टिंकू कपाला पर एक लाख का इनाम घोषित है, जो आखिरी बार कहां दिखा था, इसके बारे में पुलिस को कोई जानकारी नहीं है।
कानपुर की घटना के बाद लखनऊ पुलिस ने भी इनामिया अपराधियों की धरपकड़ तेज कर दी है। मंगलवार को पुलिस आयुक्त सुजीत पांडेय ने मातहतों के साथ बैठक कर अपराधियों के धरपकड़ के निर्देश दिए। उन्होनें बताया कि छह अपराधियों पर 50 हजार से अधिक का इनाम है। इसके अलावा पांच हजार से 25 हजार तक के इनामिया हैं, जिनकी तलाश में पुलिस टीम को लगाया गया है। पुलिस के खिलाफ शिकायतों का निकाला ब्यौरा पुलिस आयुक्त ने राजधानी में तैनात पुलिसकर्मियों के खिलाफ आईं शिकायतों का ब्यौरा भी निकलवाया है। इन शिकायतों की समीक्षा कर पुलिसकर्मियों की भूमिका की जांच की जा रही है। इसके बाद इन पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई कर उन्हें गैर जिला स्थानांतरित किया जाएगा। यही नहीं जिन पुलिसकर्मियों की संलिप्तता अपराध में आती है उनके खिलाफ एफआइआर भी दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं।