Saturday , November 23 2024

सुशांत केस: क्राइम सीन रीक्रिएट, डॉक्टरों से पूछताछ में कई खुलासे, एक्टर की बिल्डिंग में पानी पीने पहुँची मुंबई पुलिस भी शक के घेरे में

सुशांत सिंह राजपूत खुदकुशी मामले में सीबीआई फुल एक्शन में है। टीम क्राइम सीन को रीक्रिएट करने के लिए सिद्धार्थ पिठानी और कुक नीरज को साथ लेकर एक्टर के बांद्रा स्थित घर पहुँची है। सीबीआई के साथ फॉरेंसिक टीम भी मौजूद है। सुशांत के पोस्टमॉर्टम को लेकर डॉक्टर्स ने भी एक बड़ा खुलासा किया है। वहीं अब मुंबई पुलिस भी शक के घेरे में आ चुकी है।

शनिवार सुबह से सुशांत के कुक नीरज और सिद्धार्थ पिठानी से पूछताछ हो रही थी। दूसरी तरफ जाँच के लिए एक टीम कूपर अस्पताल और दूसरी टीम बांद्रा पुलिस स्टेशन पहुँची थी। सीबीआई की टीम सुशांत के फ्लैट पर क्राइम सीन को दोबारा रीक्रिएट कर रही है। ताकि घटनास्थल की जाँच व तमाम जानकारी कंफर्म हो सके और हत्या और आत्महत्या दोनों पहलुओं पर जाँच की जा सके। फ्लैट पर बेडरूम में डमी टेस्‍ट भी किया गया।

मीडिया रिपोर्ट में यह बात भी सामने आई है कि सुशांत की मौत के बाद अपार्टमेंट के मालिक ने उसके फ्लैट में काफी बदलाव कर सबूतों के साथ छेड़छाड़ की है। उन्होंने सुशांत के फ्लैट में मौजूद फर्नीचर को भी हटवा दिया है।

सीबीआई ने की डॉक्टरों से पूछताछ

सीबीआई की एक टीम ने शनिवार को कूपर अस्‍पताल में सुशांत की अटॉप्‍सी करने वाले डॉक्‍टरों से भी सवाल-जवाब किया है। सीबीआई के अधिकारियों ने जब सुशांत का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों से पूछा कि पोस्टमार्टम जल्दी में क्यों किया गया, तो उन्होंने कहा कि मुंबई पुलिस ने उन्हें ऐसा करने के लिए कहा।

सीबीआई ने कूपर अस्पताल के पाँच डॉक्टरों की एक टीम से पूछताछ की जिन्होंने पोस्टमार्टम किया था। इसमें कुछ चौंकाने वाले खुलासे हुए। सीबीआई ने डॉक्टरों से पूछने के लिए महत्वपूर्ण प्रश्नों की एक सूची तैयार की थी। सीबीआई ने पूछा, “कोविड 19 की रिपोर्ट आने से पहले पोस्टमार्टम क्यों किया गया था?” डॉक्टरों में से एक ने कथित तौर पर अधिकारियों को बताया, “यह मुंबई पुलिस के आदेश पर देर रात में पोस्टमार्टम किया गया था।”

सीबीआई ने कूपर अस्पताल के पाँच डॉक्टरों की एक टीम से पूछताछ की जिन्होंने पोस्टमार्टम किया था। इसमें कुछ चौंकाने वाले खुलासे हुए। सीबीआई ने डॉक्टरों से पूछने के लिए महत्वपूर्ण प्रश्नों की एक सूची तैयार की थी। सीबीआई ने पूछा, “कोविड 19 की रिपोर्ट आने से पहले पोस्टमार्टम क्यों किया गया था?” डॉक्टरों में से एक ने कथित तौर पर अधिकारियों को बताया, “यह मुंबई पुलिस के आदेश पर देर रात में पोस्टमार्टम किया गया था।”

ज़ी न्यूज़ के अनुसार, कूपर अस्पताल के डॉक्टरों से सीबीआई को संतोषजनक जवाब नहीं मिला। जब उनसे पूछा गया कि कोरोना वायरस की रिपोर्ट का इंतजार क्यों नहीं किया गया तो डॉक्टरों में से एक ने कहा कि ऐसा कोई प्रावधान नहीं है कि कोरोना रिपोर्ट आने से पहले पोस्टमार्टम नहीं किया जा सकता है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डेथ का टाइम भी नहीं बताया गया है।

सीबीआई के पहुँचने से पहले मुंबई पुलिस पहुँची सुशांत के फ्लैट पर

शनिवार को सुशांत के बांद्रा वाले घर के पास मुंबई के कुछ पुलिसकर्मियों को बिल्डिंग के वॉचमैन से बात करते हुए देखा गया। मुंबई पुलिस सीबीआई के पहुँचने से पहले बिना किसी को बताए और बिना किसी काम के सुशांत के अपार्टमेंट में पहुँची थी। रिपब्लिक न्यूज़ के अनुसार जब इस बारे में उनसे पूछा गया तो मुंबई पुलिस ने कहा कि वो यहाँ पानी पीने के लिए आए थे। ये सारी हरकतें मुंबई पुलिस पर कई सवाल खड़े करती है।

गौरतलब है कि हॉस्पिटल में मौजूद चश्मदीद सुरजीत सिंह ठाकुर ने रिया को लेकर एक सनसनीखेज खुलासा किया है। उन्होंने बताया, “15 जून को रिया चक्रवर्ती कूपर अस्पताल के मॉर्चरी में पहुँची थी। मैं वहाँ पर मौजूद था। तभी सूरज सिंह ने आकर मुझसे कहा कि रिया चक्रवर्ती यहाँ आना चाहती हैं तो प्लीज थोड़ा कॉरपोरेट करें, पुलिस को थोड़ा समझा दें और उन्हें शव को देखने दें। मैंने उसके बाद वहाँ मौजूद अधिकारियों से बात की और कहा कि रिया चक्रवर्ती आई है उसको सुशांत सिंह की बॉडी को देखना है। जिसके बाद उन्होंने हमें परमिशन दी।”

उन्होंने आगे बताया, “10 मिनट बाद मैं और रिया चक्रवर्ती शवगृह में गए थे। रिया के साथ उसका भाई, माँ और एक और सदस्य भी शायद उसके पिता थे। मैंने सुशांत के चेहरे से सफेद कपड़े को हटाया, उनके गले में एक निशान था। उसी वक्त मुझे कुछ गड़बड़ लगा था। चश्मदीद सुरजीत सिंह राठौर ने कहा कि रिया चक्रवर्ती पाँच से सात मिनट तक शव गृह में मौजूद थी। इस दौरान मैंने ही रिया को कफन उठा कर सुशांत को दिखाया था। रिया ने सुशांत के चेस्ट पर हाथ रखकर कहा था- सॉरी बाबू। ये सुनकर मैं चौंक गया। इसके अलावा रिया ने और कुछ नहीं बोला और वो रोने लगी।

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch