Saturday , November 23 2024

मौत से पहले गूगल पर प्रॉपर्टी सर्च कर रहे थे सुशांत, मुंबई पुलिस का दावा गलत: रिपोर्ट्स

अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत को लेकर मुंबई पुलिस कमिश्नर ने दावा किया था कि उन्होंने मौत से पहले ‘पेनलेस डेथ’, सिज़ोफ्रेनिया’ और ‘बाइपोलर डिसऑर्डर’ जैसे शब्दों को गूगल पर सर्च किया था। लेकिन अब इस मामले में जो नई सूचनाएँ आ रही हैं वो मुंबई पुलिस कमिश्नर द्वारा किए गए दावों से बिल्कुल विपरीत है।

34 वर्षीय अभिनेता ने मौत से पहले हिमाचल प्रदेश, केरल और कूर्ग में संपत्ति और फार्म सर्च किया था। सीबीआई द्वारा सुशांत सिंह राजपूत के लैपटॉप की जाँच से कथित तौर पर इंटरनेट पर उनकी गतिविधियों का पता चला है।

कथित तौर पर, अभिनेता ऑर्गेनिक खेती करना चाहते थे और इन तीन राज्यों में खेत और रहने के लिए जगह की तलाश कर रहे थे। दिलचस्प बात ये है कि रिया ने भी हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान रिया इस बात का खुलासा किया था कि सुशांत किस तरह से कूर्ग शिफ्ट होना चाहते हैं और उसी के बारे में सोचते थे।

इससे पहले, सुशांत सिंह राजपूत के पिता केके सिंह ने भी उल्लेख किया था कि अभिनेता फिल्मों को छोड़कर कूर्ग में एक किसान के रूप में बसना चाहते थे। अभिनेता के पिता ने खुलासा किया था कि सुशांत ने इस बारे में अपने करीबी दोस्त महेश शेट्टी से बात की थी। कथित तौर पर, शेट्टी भी सुशांत के साथ कृषि गतिविधियों में शामिल होने के लिए तैयार थे।

हालाँकि केके सिंह ने यह भी बताया था कि उनके बेटे ने रिया चक्रवर्ती द्वारा आपत्ति जताने के बाद इस योजना को रद्द कर दिया था। रिया ने सुशांत को धमकाया भी था कि वह उसकी बीमारी के बारे में सबको बता देगी।

गौरतलब है कि ताजा खुलासे से मुंबई पुलिस प्रमुख परमबीर सिंह द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिए गए बयानों का खंडन होता है। सिंह ने यह दावा करते हुए लोगों को गुमराह किया था कि सुशांत ने ‘पेनलेस डेथ’, ‘सिज़ोफ्रेनिया’ और ‘बाइपोलर डिसऑर्डर’ जैसे शब्दों को मौत से पहले गूगल किया था।

मुंबई पुलिस प्रमुख ने दावा किया था कि दिवंगत अभिनेता बाइपोलर डिसऑर्डर से पीड़ित थे और इसके लिए वे दवाइयाँ ले रहे थे। मुंबई पुलिस प्रमुख ने यह भी कहा था कि पुलिस उन सभी मामलों की जाँच कर रही है, जिसके कारण सुशांत की मृत्यु हुई है।

मृतक अभिनेता के खिलाफ इस तरह के दावे करके मुंबई पुलिस ने यह साबित करने का प्रयास किया था कि सुशांत सिंह राजपूत दिमागी रूप से पीड़ित थे और इसी वजह से उन्होंने आत्महत्या की। वहीं अब टाइम्स नाउ की रिपोर्ट मुंबई पुलिस द्वारा किए गए दावों के बिल्कुल विपरीत है। इस नए खुलासे के बाद मुंबई पुलिस की जाँच पर सवाल उठाए जा रहे है। लोगों का कहना है मुंबई पुलिस ने बिना जाँच पड़ताल किए इस मामले को ‘अवसाद’ और ‘आत्महत्या’ करार देने में जल्दबाजी की।

सुशांत सिंह राजपूत के मामले में मुंबई पुलिस की जाँच को शक के निगाह से देखा जा रहा है। इससे पहले एक और चौंकाने वाले खुलासे में यह बताया गया था कि सुशांत की मौत के तुरंत बाद उनके बॉडी की फ़ोटो इंटरनेट पर इसलिए वायरल की गई थी ताकि लोगों को इस बात का विश्वास दिलाया जा सके कि उन्होंने सच में आत्महत्या कर ली थी।

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch