नई दिल्ली। भाजपा ने आरोप लगाया है कि भगोड़े इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक और कारोबारी मेहुल चोकसी के साथ कॉन्ग्रेस पार्टी के सम्बन्ध हैं। पार्टी ने कहा है कि जाकिर नाइक ने जुलाई 8, 2011 को राजीव गाँधी ट्रस्ट को 50 लाख रुपए का डोनेशन दिया था। इसके अलावा भगोड़े मेहुल चोकसी ने भी कॉन्ग्रेस के गाँधी परिवार से सम्बंधित इस ट्रस्ट को 10 लाख रुपए दिए थे।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि जाकिर नाइक की इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन पर भी जाँच चल रही है। साथ ही बताया कि इस फाउंडेशन द्वारा राजीव गाँधी ट्रस्ट को डेवलपमेंट क्रेडिट बैंक (DCB) के एक खाते से ये डोनेशन दिया या। ये खाता ‘प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग’ के अंतर्गत सीज किया गया है। साथ ही एक पेपर मैन्युफैक्चरिंग कम्पनी नवराज एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड का भी नाम सामने आया है।
बताया गया है कि इस कम्पनी ने 2012-14 के बीच किसी भी प्रकार की व्यापारिक सक्रियता नहीं दिखाई, लेकिन इसे गीतंजलि इंफ्राटेक से एक बार में 47.48 करोड़ रुपए प्राप्त हुए। बाद में इसे 24.25 लाख रुपए ट्रांसफर किया गया। गीतांजलि इंफ्राटेक मेहुल चोकसी के स्वामित्व वाली कम्पनी है। वहीं नवराज रोहन चोकसी के स्वामित्व वाली कम्पनी है। इस ट्रांजेक्शन के बाद नवराज ने राजीव गाँधी फाउंडेशन को डोनेशन दिया।
इसके अलावा राजीव गाँधी फाउंडेशन को यस बैंक से भी 9.45 लाख रुपए मिलने का आरोप लगाया गया है। संबित पात्रा ने कहा कि ये राणा कपूर के रुपए नहीं थे बल्कि वे रुपए थे, जिन्हें डायवर्ट किया गया था। इसके अलावा NSEL स्कैम के लिए कुख्यात जिग्नेश शाह का नाम भी सामने आया है। ये मामला भी मनी लॉन्ड्रिंग के तहत चल रहा है। आरोप है कि अक्टूबर 27, 2011 को फाइनेंसियल टेक्नोलॉजीज इंडिया लिमिटेड (FTIL) ने राजीव गाँधी फाउंडेशन को 50 लाख रुपए ट्रांसफर किए।
वहीं आरोप है कि आईआरएफ ने 64.86 और 75 करोड़ रुपए 2003-04 और 2016-17 के बीच दिए। इसकी पीएमएलए (प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) के तहत जाँच की जा रही है। भाजपा का आरोप है कि इसी में से रकम निकाल कर कॉन्ग्रेस पार्टी के ट्रस्ट को दिया गया। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेस कर ये आरोप लगाए। कॉन्ग्रेस पार्टी की फिलहाल प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
इससे पहले खुलासा हुआ था कि वर्ष 2018-19 की राजीव गाँधी फाउंडेशन की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, भारती फाउंडेशन उन संगठनों में से एक था, जिसने इसे दान किया था। उस समय भारती फाउंडेशन Huawei के साथ भी पार्टनरशिप में था, जिसके चीन के साथ व्यापक संबंध हैं। वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया है कि 2018-19 में राजीव गाँधी फाउंडेशन में अनुदान और दान से कुल 95,91,766 रुपए की आय हुई थी।