वसीम शाह ने अर्पिता जैन से शादी की और उसका नाम मुस्कान रखा। शादी के बाद वसीम ने अपनी पत्नी अर्पिता उर्फ़ मुस्कान को सिर्फ इसलिए जला दिया क्योंकि वह फेसबुक पर अपनी तस्वीर शेयर करती थी। वसीम की पत्नी अर्पिता जैन उर्फ़ मुस्कान की हालत नाज़ुक बनी हुई है। पुलिस आरोपित पति वसीम शाह को गिरफ्तार कर चुकी है और आज मंगवलार (1 सितंबर 2020) को उसे अदालत में पेश किया गया।
वसीम शाह मध्य प्रदेश, खंडवा जिले के शानशाहवली इलाके का रहने वाला है। वसीम ने अपनी पत्नी अर्पिता जैन को फेसबुक पर फोटो शेयर करने के कारण मिट्टी का तेल छिड़ककर आग के हवाले कर दिया। फेसबुक पर फोटो शेयर करने के कारण वसीम को अपनी पत्नी के चरित्र पर संदेह होने लगा था। जिसके बाद उसने यह कदम उठाया।
पीड़िता अर्पिता मूल रूप से छत्तीसगढ़ के आदिवासी समाज से है। इसके पहले उसका विवाह जैन समुदाय के एक युवक से हुआ था। लेकिन उससे तलाक होने के बाद अर्पिता ने वसीम शाह से शादी की थी। लगभग 3 साल पहले उसकी वसीम शाह से मुलाक़ात हुई थी। शुरुआत में वसीम का व्यवहार बहुत अच्छा था, अर्पिता को बहुत अच्छे से रखता था, लेकिन कुछ समय बाद उसका असली चेहरा सामने आया।
बताया जा रहा है कि हर दूसरी बात पर वसीम अर्पिता को रोकने-टोकने लगा और हर बात पर उसे प्रताड़ित करने लगा। बीती रात वसीम शाह ने अर्पिता को जला कर मारने का प्रयास किया। पुलिस अधीक्षक ललित गठरे ने भी इस मुद्दे पर बात करते हुए कई अहम जानकारी दी।
शालिनी से फातिमा बनी.. अब गुमशुदा
इसके पहले उत्तरप्रदेश के कानपुर में इस्लाम धर्म कबूल कर शादी करने का मामला सामने आया था। शालिनी यादव नाम की युवती 2 महीने से गायब थी, जिसका हाल ही में पता चला था। लेकिन तब तक उसका नाम, धर्म और मैरिटल स्टेटस बदल चुका था। शालिनी यादव ने एक वीडियो जारी कर बताया कि उसका नाम अब फिजा फातिमा हो चुका है। और उसने फैसल नाम के एक शख्स से शादी कर ली है।
शालिनी के परिजनों ने पुलिस को मोहम्मद फैसल के खिलाफ तहरीर दी थी। पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेते हुए गाजियाबाद जाकर कार्रवाई शुरू कर दी थी। बता दें कानपुर के बर्रा 6 की रहने वाली 22 वर्षीय शालिनी यादव 29 जून से ही लापता थी। उसने अपने घरवालों से परीक्षा देने का बहाना बनाया और लखनऊ चली गई। फिर उसी दिन से वह घर नहीं लौटी। परिजनों ने उसे खोजने की खूब कोशिश की लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। परिवार ने गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी।