Friday , November 22 2024

शिवसेना MLA प्रताप सरनाईक के घर से मिला पाकिस्तानी महिला का क्रेडिट कार्ड: कैलिफोर्निया का बैंक, पता विधायक के घर का

मुंबई। शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जाँच कर रहा है। इसी बीच उनके आवास से पाकिस्तानी नागरिक का एक क्रेडिट कार्ड बरामद हुआ है। इस क्रेडिट कार्ड पर उनके ही आवास का पता लिखा है। इसके बरामद होने के बाद सम्बंधित बैंक को ED ने डिटेल्स के लिए लिखा है। साथ ही प्रताप सरनाईक से क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट भी माँगा है। इस मामले में अभी और डिटेल्स आने बाकी हैं।

‘CNN-News 18’ की खबर के अनुसार, प्रताप सरनाईक के आवास से जो क्रेडिट कार्ड बरामद हुआ है, वो एक पाकिस्तानी नागरिक के नाम पर है। जिसके नाम का क्रेडिट बना हुआ है, वो एक महिला है। उसके पति का नाम फरहाद है। ये दोनों ही पाकिस्तानी नागरिक हैं। ये क्रेडिट कार्ड किसी भारतीय बैंक का नहीं है। ये क्रेडिट कार्ड कैलिफोर्निया के एक बैंक का है। ED अभी और डिटेल्स खँगालने में लगी हुई है।

प्रताप सरनाईक के घर छापेमारी के बाद बड़ा खुलासा (वीडियो साभार: CNN-News 18)

इससे पहले गुरुवार (दिसंबर 10, 2020) को भी ED ने प्रताप सरनाईक से 6 घंटे पूछताछ की थी। वो 175 करोड़ रुपए के घोटाले में फँसे हुए हैं, जिसका सीधा सम्बन्ध Tops Group नामक कम्पनी से है। इस कम्पनी के CEO को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। शिवसेना विधायक के बेटे को भी ED ने हिरासत में लिया था। इससे पहले दो बार पूछताछ के लिए बुलाए जाने के बावजूद सरनाईक नहीं पहुँचे थे।

हालाँकि, उनका कहना है कि अगर सचमुच कोई मनी लॉन्ड्रिंग हुई है तो वो इस मामले में ED के अधिकारियों के साथ हैं। वे और उनका परिवार इस जाँच में पूरी तरह सहयोग करेगा। उन्होंने अपने बेटे और साले के साथ सुप्रीम कोर्ट का भी रुख किया था, जहाँ उन्होंने माँग की थी कि उन्हें अपने वकीलों के समक्ष पूछताछ की अनुमति दी जाए। उनके बेटे को भी ED ने 5 बार समन जारी किया था।

प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम शिवसेना नेता प्रताप सरनाईक के सबसे करीबी दोस्त अमित चंदोल को भी गिरफ्तार कर चुकी है। अमित की गिरफ्तारी टॉप्स ग्रुप सिक्योरिटी कंपनी में गलत तरीके से निवेश करने के मामले में हुई। बताया गया है कि ये घोटाला एक डील को लेकर है, जिसका कुछ हिस्सा विधायक तक भी पहुँचा था। टॉप्स ग्रुप और प्रताप सरनाईक के बीच इस डील को लेकर कोई लिखित कॉन्ट्रैक्ट नहीं हुआ था।

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch