Sunday , November 24 2024

मुंबई पुलिस ने ‘बिना किसी कागजात के’ रिपब्लिक के CEO को किया गिरफ्तार, अर्णब ने की इसके खिलाफ आवाज उठाने की अपील

मुंबई। मुंबई पुलिस ने ‘रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क’ के CEO विकास खानचंदानी के घर पहुँच कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का कहना है कि TRP स्कैम मामले की चल रही जाँच के क्रम में ये कार्रवाई की गई है। वहीं ‘रिपब्लिक’ का कहना है कि ये इन सबके बावजूद किया गया है कि विकास खानचंदानी ने पुलिस की 100 घंटों की पूछताछ का सामना किया और जाँच प्रक्रिया के साथ पूरी तरह सहयोग किया, सवालों के जवाब दिए।

मुंबई पुलिस ने ये कार्रवाई रविवार (दिसंबर 13, 2020) की सुबह की। ‘रिपब्लिक’ का ये भी आरोप है कि मुंबई पुलिस बिना किसी कागजात के वहाँ पर पहुँची थी और इस कार्रवाई को अंजाम दिया। चैनल ने कहा है कि ये कार्रवाई मुंबई पुलिस की प्रतिशोध और दुर्भावना से युक्त इरादों को दर्शाती है, जो उसने ‘रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क’ के खिलाफ पाल रखा है। अर्णब गोस्वामी की गिरफ़्तारी के 39 दिन बाद ये कार्रवाई की गई है।

मुंबई पुलिस ने CEO विकास खानचंदानी के घर पर छापेमारी कर के उन्हें गिरफ्तार किया। सोमवार को ही इस मामले में उनकी अग्रिम जमानत की याचिका पर सुनवाई होनी थी, ऐसे में इससे पहले होने वाली इस कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं। अर्णब गोस्वामी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मुंबई पुलिस ने जानबूझकर ऐसा किया है। ये कोर्ट की अवमानना है और लोग इसके ख़िलाफ़ आवाज़ उठाएँ।”

नेटवर्क के संस्थापक-सम्पादक अर्णब गोस्वामी ने सुप्रीम कोर्ट से निवेदन किए है कि वो इस मामले में संज्ञान लें। अर्णब ने कहा कि ये गैरकानूनी गिरफ्तारी है और ‘रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क’ पर हो रहे हमलों को रोकने के लिए देश की सभी अदालतों को हस्तक्षेप करना चाहिए। इससे पहले नेटवर्क ने डिस्ट्रीब्यूशन AVP घनश्याम सिंह की कस्टडी में हुई प्रताड़ना के आरोपों के साथ ‘रिपब्लिक’ ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी।

अभी 2 दिन पहले ही पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों से पहले रिपब्लिक टीवी ने बड़ी घोषणा करते हुए बताया था कि अब वह अपना एक चैनल बांग्ला भाषा में भी लेकर आ रहे हैं। हिंदी और अंग्रेजी भाषा में सर्वश्रेष्ठ स्थान प्राप्त करने के बाद रिपब्लिक टीवी ने बांग्ला चैनल को लेकर घोषणा शुक्रवार (दिसंबर 11, 2020) को की। नेटवर्क ने ये भी बताया कि वो नए चैनल के लिए स्टाफ हायर कर रहे हैं।

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch