Saturday , November 23 2024

मुंबई में बढ़ रहे कुत्तों से रेप के मामले, चंद महीने में आए 4 केस: तौफीक, अहमद शाह सहित कई अज्ञात आरोपितों पर FIR

मुंबई।  ऐसे दौर में जब हर जगह महिलाएँ यौन अत्याचार के खिलाफ खुलकर बोलने लगी हैं, उस समय मुंबई में एक घटिया ट्रेंड देखने को मिला है। पिछले दिनों मुंबई से कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं जहाँ जानवरों का बेरहमी से यौन उत्पीड़न किया गया। सिरफिरों ने न तो गायों को छोड़ा और न ही कुत्ते और भेड़-बकरियों को।

बीते चंद महीनों की बात करें तो मुंबई से ऐसे 4 मामले सामने आ चुके हैं। जहाँ सड़कों पर जानवरों (खासकर कुत्तों-कुतियों) को हवस का शिकार बनाया गया।

20 साल के तौफीक ने कुतिया का किया रेप

अभी कल की एक घटना है जब मुंबई के सांताक्रुज के कलीना में 20-25 वर्ष का तौफीक अहमद एक कुतिया का रेप करते सीसीटीवी में पकड़ा गया। मामला संज्ञान में आते ही पुलिस ने उसके विरुद्ध केस दर्ज कर लिया।

पशु अधिकार संस्था ‘एनिमल रेस्क्यू एंड केयर ट्रस्ट (ARAC)’ के अध्यक्ष सविता महाजन ने ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ को बताया कि आरोपित तौफीक अहमद के खिलाफ उन्होंने वकोला थाने में FIR दर्ज कराई है। इस आपराधिक वारदात की CCTV फुटेज सहित संस्था ने सभी इलेक्ट्रॉनिक सबूत भी पुलिस को उपलब्ध कराए हैं।

उन्होंने बताया कि जहाँ ये घटना हुई, वहाँ प्राइवेट कार को पार्क किया जाता है। चूँकि वहाँ एक समय में कई कार होते हैं, इसीलिए गाड़ियों के पार्ट-पुर्जे की चोरी रोकने के लिए CCTV सर्विलांस कैमरे लगाए गए। उन्हीं कैमरों में तौफीक को चीनो नामक कुतिया का रेप करते हुए पाया गया। वह एक हॉकर है जो उस इलाके में ब्रेड बेचता है।

थाने में FIR दर्ज होने के बाद पुलिस उसके स्थानीय पते पर उसे पकड़ने के लिए गई, लेकिन वहाँ पता चला कि वो अपने पैतृक घर के लिए निकल चुका है जो उत्तर प्रदेश में स्थित है। IPC की धारा-377 (अप्राकृतिक सेक्स) के तहत FIR दर्ज हुई है।

जुहू इलाके में अहमद शाह ने 30 से ज्यादा कुत्तों का किया रेप

तौफीक की तरह ही कुछ दिन पहले मुंबई पुलिस ने 68 वर्षीय एक व्यक्ति को कुतिया के साथ बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किया था। आरोपित की पहचान अहमद शाह के तौर पर हुई । वह एक सब्जी विक्रेता है, जो जुहू गली में ही रहता है। उसे एक एनजीओ वॉलिंटियर ने कुत्ते का रेप करते देखा था। इसके बाद थाने में शिकायत दर्ज कराई गई।

पड़ताल में पता चला कि अहमद ने करीब 30 कुत्तों का रेप किया है। वह इस काम को देर रात 3 से 4 बजे के बीच अंजाम देता। पहले वह उन्हें जानवरों का मीट खिलाता फिर जब वह उसे खाने लगते तो वही रुककर वह उनका रेप करता।

शर्मनाक बात तो यह है कि आरोपित अहमद को अपने किए का कोई पछतावा नहीं है। उसने बेशर्मी से अपने अपराध को स्वीकारते हुए कहा कि वह जानवरों को खाना देता है और जानवरों ने कभी उसे ऐसा करने से मना नहीं किया। ये सब अपराध नहीं है।

शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में 8 साल की कुतिया का हुआ बलात्कार

साल 2020 के अक्टूबर माह में मुबंई के पवई में गैलेरिया शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के अंदर नूरी नाम की एक कुतिया का रेप हुआ था, जिसके बाद उसकी हालत बिगड़ गई। बाद में उसे एनिमल केयर सेंटर ले जाया गया, जहाँ डॉक्टर्स ने बताया कि उसके प्राइवेट पार्ट्स से 11 इंच की लकड़ी की छड़ी मिली थी, जिसे ईलाज के दौरान निकाल दिया गया।

बॉम्बे एनिमल राइट्स (BAR) के कार्यकर्ता विजय किशोर मोहनानी ने इस पर कहा था, “22 अक्टूबर को स्थानीयों ने हमें सूचित किया कि नूरी को गैलेरिया में गंभीर रूप से घायल पाया गया। हमें संदेह है कि कुछ सरफिरे जो या तो गैलेरिया के अंदर काम करते हैं या पास में रहते हैं, उन्होंने एक दोस्ताना कुत्ते के साथ ऐसी क्रूरता को अंजाम दिया।” इस केस में बता दें कि अज्ञात लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज हुआ था। सोशल मीडिया पर कई जगह नूरी की वीडियो वायरल हुई थी।

दिहाड़ी मजदूर ने किया कुतिया का रेप

नूरी के बाद नेरुल रेलवे स्टेशन के बाहर एक कुतिया के रेप की वारदात सामने आई थी। आरोपित की पहचान महेंद्र डी पवार के तौर पर हुई थी। स्टेशन कॉम्प्लेक्स की सीसीटीवी फुटेज में पूरा वाकया कैद था, जिसे देखने के बाद फौरन एनिमल राइट्स ग्रुप के पास भेज दिया गया था।

PFA एक्टिविस्ट विजय रंगरेर ने इस पर बताया था, “लगभग एक हफ्ते पहले (घटना के समय), नेरुल स्टेशन कॉम्प्लेक्स के पश्चिम की ओर एक मादा कुत्ते का यौन शोषण करते हुए एक देर रात के सीसीटीवी फुटेज हमारे पीएफए ​​मुंबई यूनिट -2 को भेजे गए थे।” इसके बाद वह और उनके सहयोगी आदित्य पाटिल घटनास्थल पर पहुँचे और अपराध के बारे में पूछताछ करने लगे। जल्द ही, उन्होंने आरोपित महेंद्र डी पवार का पता लगा लिया।

पड़ताल में पता चला कि आरोपित दिहाड़ी मजदूर था जो नेरुल स्टेशन पर ही सोता था। घटना वाले दिन उसने शराब पी हुई थी और एक कुतिया का रेप कर रहा था। उन्होंने बताया कि कुछ समय तक महेंद्र उनकी पकड़ से बाहर था। लेकिन बाद में स्थानीयों की मदद से उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch