Friday , November 22 2024

‘No Bra Money’: UK में बढ़ती गर्मी के बीच दुकानों के बाहर लगा नोटिस, सोशल मीडिया में छिड़ी बड़ी बहस

यूनाइटेड किंगडम (UK) में रहने वाले लोग इस समय भीषण गर्मी से परेशान हैं। लंदन समेत UK के कई अन्य इलाकों (विशेषकर दक्षिणी) में तापमान मौसम विभाग द्वारा बताए गए 30 डिग्री सेल्सियस से भी ऊपर पहुँच गया है, जो वहाँ के वातावरण के हिसाब से बहुत अधिक है। इसी गर्म मौसम के चलते डबलिन के एक दुकानदार ने ग्राहकों से अपील की है कि वह पसीने से तरबतर नोट न दें और इसके लिए उसने बाकायदा नोटिस जारी किया है जिसमें कहा गया है कि स्टोर में Bra Money (ब्रा में रखे गए नोट) नहीं लिया जाएगा।

माइकल फ्लिन द्वारा चलाए जाने वाले स्टोर मैट्रेस मिक ने अपने फेसबुक एकाउंट में एक फोटो पोस्ट की। इस फोटो में हाथ से लिखा गया नोटिस था। इस नोटिस में लिखा गया था, ‘No Bra Money’। नोटिस में आगे लिखा हुआ था, “लगातार बढ़ते हुए तापमान और अपनी खुद की सुरक्षा के लिए हम Bra Money (ब्रा में रखे हुए नोट) को स्वीकार नहीं करेंगे। असुविधा के लिए खेद है।” इस फोटो के साथ लिखे गए कैप्शन में ग्राहकों को सलाह दी गई थी कि सोशल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ सुरक्षित तरीके से व्यापार करने के लिए ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वो अपने यूरो नोट हमेशा अपने पर्स या हैंडबैग में रखें।

मैट्रेस मिक की तरह ही दक्षिणी डबलिन के एक कैफे ने भी ग्राहकों से Bra Money अदा न करने की अपील की है और कैफे ने तो मात्र कार्ड के जरिए ही पेमेंट स्वीकार करने की बात कही है। कैफे ने साफ तौर पर स्पष्ट किया है कि इस नियम से किसी को छूट प्रदान नहीं की जाएगी। UK में बढ़ रही गर्मी के कारण डबलिन का यह कैफे पसीने से भीगे हुए नोटों को स्वीकार नहीं करना चाहता है जो अक्सर महिलाएं अपने ब्रा के अंदर रखती हैं।

ज्ञात हो कि UK में बढ़ते हुए तापमान के कारण हालात खराब हैं। ऐसे में पसीने से भीगे हुए नोटों की समस्या ने दुकानदारों की चिंता को और भी बढ़ा दिया है। अक्सर महिलाओं के कपड़ों में जेबों की कमी देखने को मिलती हैं ऐसे में दुकानदारों को ब्रा में रखे गए नोट लेने पड़ते हैं जो बढ़े हुए तापमान के कारण पसीने में भीगे रहते हैं। इसी कारण दुकानदार ‘No Bra Money’ का नोटिस अपने स्टोर के सामने लगा रहे हैं। हालाँकि दुकानदारों द्वारा लिए गए इस फैसले पर सोशल मीडिया दो भागों में बँटा हुआ है। कई सोशल मीडिया यूजर उनके इस नोटिस का समर्थन कर रहे हैं तो इसका पर्याप्त विरोध भी हो रहा है।

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch