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सीतापुर के पाश इलाके में विस्फोटक सामग्री निर्माण फैक्ट्री में धमाका, आग की लपटों से दहशत

सीतापुर/लखनऊ। सिविल लाइन में मंगलवार आधी रात घनी बस्ती के बीच विस्फोटक निर्माण एवं पैकिंग फैक्ट्री में आग लग गई। लपटों के बीच हो रहे धमाके की आवाज सुनकर मुहल्ले के लोग जग गए और छत पर चढ़कर देखा तो पैरों तले जमीन खिसक गई। आग की ऊंची लपटें और बीच-बीच में हो रहे धमाकों से मुहल्ले के लोग सहम गए। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे शहर कोतवाल तेज प्रकाश सिंह ने बताया कि घनी बस्ती के बीच कारतूस निर्माण फैक्ट्री में आग लगी है। कोई हताहत नहीं हुआ है। शहर कोतवाल ने यह भी कहा कि संबंधित फैक्ट्री मालिक ने उनसे दावा किया है कि उसे कारतूस व अन्य विस्फोटक सामग्री बनाने का लाइसेंस मिला हुआ है। लाइसेंस 31 दिसंबर 2021 तक वैध है। कोतवाल तेज प्रकाश सिंह ने हैरत जताते हुए कहा कि इतनी घनी बस्ती के बीच मकान के अंदर कारतूस व अन्य विस्फोटक निर्माण का लाइसेंस कैसे स्वीकृत हो सकता है लेकिन, यह मामला जांच का है।

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करीब छह वर्ष पूर्व हुई थी छापेमारी, बंद हुआ था काम : सिविल लाइन मुहल्ले वालों से पता चला है कि घटनास्थल पर पिछले करीब 10-15 वर्षों से कारतूस एवं अन्य विस्फोटक सामग्री बनाने का काम चलता आ रहा है। पिछले कुछ वर्षों पूर्व फैक्ट्री में छापेमारी हुई थी। इसके बाद कुछ समय के लिए फैक्ट्री में काम बंद हो गया था लेकिन, इधर पिछले करीब एक-डेढ़ वर्ष से इस भवन में फिर से कारतूस एवं अन्य विस्फोटक सामग्री निर्माण का कार्य चल रहा है।

घनी बस्ती के बीच विस्फोटक सामग्री निर्माण का लाइसेंस : सिविल लाइन मुहल्ले के लोगों का कहना है कि फैक्ट्री मालिक के पास विस्फोटक सामग्री बनाने का लाइसेंस भले ही हो, कॉलोनी के बीच घनी आबादी में फैक्ट्री चलाने का लाइसेंस दिया जाना सुरक्षा नियमों के विपरीत है। यह जनहित में नहीं है। कभी भी बड़ा हादसा होने का भय मुहल्ले के लोगों को बना रहता है। यही कारण है कि मुहल्ले के लोग इस फैक्ट्री में विस्फोटक सामग्री निर्माण कार्य का विरोध करते रहते हैं। अभी सिविल लाइन में लोगों की भीड़ लगी हुई है।

फायर ब्रिगेड आग बुझाने में जुटी : आग पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर है। एक गाड़ी से स्थिति संभलते ना देख दूसरी गाड़ी भी मंगवाई गई है।

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