Friday , November 22 2024

प्रयागराज: 3 JCB, 2 मंजिला इमारत…और 5 घंटे में जमींदोज हुआ मास्टरमाइंड जावेद का घर

जावेद मोहम्मद के घर चला बुलडोजरप्रयागराज/लखनऊ। प्रयागराज में 10 जून को हुई हिंसा मामले के मास्टरमाइंड बताए जा रहे जावेद मोहम्मद उर्फ जावेद पंप के घर रविवार को बुलडोजर चला. अटाला इलाके में हिंसा के मुख्य आरोपी के घर को गिराने की प्रक्रिया पूरी हो गई है. 3 जेसीबी ने 2 मंजिला इमारत को गिराया. 5 घंटे तक चली कार्रवाई के बाद ध्वस्तीकरण का काम पूरा हो गया है. प्रयागराज में आज कई घंटों की मशक्कत के बाद जावेद के घर को जमींदोज किया गया. प्रशासन को इस कार्रवाई में किसी तरह की दिक्कत ना हो, इसके लिए भारी पुलिस बल तैनात किए गए थे. सबसे पहले जावेद के घर का मेन गेट बुलडोजर के निशाने पर था. इस दौरान ये भी ध्यान में रखा गया कि आसपास के घरों को कोई नुकसान ना पहुंचे. इस कार्रवाई को प्रयागराज विकास प्राधिकरण (PDA) ने पूरा किया है. ध्वस्तीकरण का मामला पहले से ही संज्ञान में था और कागजी कार्रवाई भी चल रही थी. जावेद पंप को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है.

इस कार्रवाई पर PDA का कहना था कि उसकी ओर से 10 मई को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. जावेद पंप को 24 मई को सुनवाई के लिए पेश होना था, लेकिन ना ही वो पेश हुआ और ना ही उसने कोई जवाब दिया.  PDA का कहना था कि जावेद पंप ने बिना अनुमति के ग्राउंड और फर्स्ट फ्लोर पर  250X60 फीट का निर्माण कराया है. जब जावेद की ओर से कोई जवाब नहीं आया तो अथॉरिटी ने 25 मई को ध्वस्तीकरण को लेकर आदेश दिया, जिसे घर के बाहर चस्पा किया गया था. इसे लेकर सूचना दी गई थी कि 9 जून तक अतिक्रमण वाला हिस्सा ध्वस्त करके अथॉरिटी को सूचना दें. लेकिन जावेद पंप की ओर से न ही अतिक्रमण वाले हिस्से को ढहाया गया और न ही कोई सूचना दी गई.

इसके बाद पीडीए की ओर से 10 जून को एक लेटर जारी किया गया जिसमें 12 जून को सुबह 11 बजे तक घर को खाली करने का आदेश दिया गया था. फिर रविवार दोपहर 12.45 बजे पुलिस और प्रशासन की चाक-चौबंद व्यवस्था के बीच बुलडोजर एक्शन शुरू हुआ. प्रयागराज हिंसा में पुलिस ने पांच हजार अज्ञात और 95 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया है.

जावेद का मोबाइल फोरेंसिक एग्जामिनेशन के लिए भेजा गया
प्रयागराज राज पुलिस के शीर्ष अधिकारियों के मुताबिक दंगों के मास्टरमाइंड जावेद उर्फ पंप का मोबाइल फोन फोरेंसिक एग्जामिनेशन के लिए भेजा जा रहा है. उसने कई चैट्स डिलीट कर दिए हैं. कई कॉल्स डिलीट हैं, सबकी डिटेल्स निकाली जाएगी. जावेद के फेसबुक पोस्ट खंगाले गए हैं जिस से पता चलता है कि अदलत पर उसका भरोसा नहीं है. कुछ वाट्स एपचैट्स मिले हैं जिसमें भीड़ को बुलाने की बातचीत का जिक्र है. जावेद प्रयागराज में होने वाली धर्मगुरों की पीस कमेटी की मीटिंग में भी आता था.

क्यों पड़ा जावेद पंप नाम
बताया जा रहा है कि जावेद पंप कभी टुल्लू पंप का काम किया करता था. टुल्लू पंप का काम करने वाले जावेद के नाम के आगे पंप जुड़ गया. लोग उसे जावेद पंप कहकर बुलाने लगे और ये उसकी पहचान बन गई. जावेद पंप का सियासी कनेक्शन भी सामने आया है. जावेद पंप वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया का प्रदेश महासचिव भी है.

JNU में पढ़ने वाली बेटी आफरीन पर भी पुलिस की नजर
एसएसपी ने कहा कि मोहम्मद जावेद की एक बेटी जेएनयू में पढ़ती है. बेटी आफरीन जावेद को राय देने का काम करती है. अगर वह भी इस मामले में दोषी पाई गई तो दिल्ली पुलिस से संपर्क कर, वहां टीम भेजी जाएगी और उसे हिरासत में लिया जाएगा.

आफरीन के समर्थन में JNU में प्रदर्शन
आफरीन जेएनयू में पढ़ाई करती है. जावेद छात्र कार्यकर्ता आफरीन फातिमा के पिता हैं. योगी सरकार की बुलडोजर नीति के खिलाफ आज जेएनयू में प्रदर्शन होगा. ये प्रदर्शन जेएनयू छात्र संघ करेगा. साबरमती ढाबा पर शाम 6:00 बजे प्रदर्शन होगा.

कौन है आफरीन
JNU में पढ़ने वाली आफरीन विश्वविद्यालय का चर्चित चेहरा है. आफरीन ने एंटी CAA प्रोटेस्ट में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था. जेएनयू छात्रा ने हिजाब बैन के दौरान साउथ इंडिया में कई शहरों का दौरा किया था और प्रोटेस्ट में हिस्सा लिया था. आफरीन हिजाब बैन के दौरान भी काफी मुखर रही.

शशि थरूर का आफरीन के समर्थन में ट्वीट
आफरीन के समर्थन में शशि थरूर ने ट्वीट किया है. थरूर ने ट्वीट में लिखा, जेएनयू से आ रही खबर को लेकर हैरान हूं कि छात्रा के परिवार का घर गिरा दिया गया है. कानून की नियत प्रक्रिया के तहत कार्रवाई लोकतंत्र में मौलिक अधिकार है. घर गिराने की कार्रवाई किस कानून के तहत और किस प्रक्रिया का पालन करते हुए की गई है? क्या यूपी ने खुद को भारत के संविधान से छूट दे दी है? दिल्ली दंगों में साजिश का आरोप आसिफ इकबाल तनहा भी आफरीन के समर्थन में आ गया है.

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch