नई दिल्ली। पिछले महीने 7 अक्टूबर को हमास के खूंखार आतंकियों ने दक्षिणी इजरायल पर हमला बोल दिया था। इस दौरान आतंकियों ने ना सिर्फ गोलियां बरसाकर 1200 लोगों को छलनी कर मौत के घाट उतारा, बल्कि मौत देने से पहले कई किशोर लड़कियों के साथ भयानक दरिंदगी भी की। इज़रायली पुलिस किशोर लड़कियों से हुए बलात्कार के मामलों का दस्तावेजीकरण करने के लिए फोरेंसिक साक्ष्य, और वीडियो जुटा रही है। इसके अलावा मामले से जुड़े गवाहों की गवाही रिकॉर्ड कर रही है।
हालांकि, उन्होंने कहा कि जांचकर्ताओं के पास प्रत्यक्ष गवाही नहीं है और यह भी स्पष्ट नहीं है कि कोई भी बलात्कार पीड़िता अब जीवित बची है या नहीं। बता दें कि 7 अक्टूबर को हमास के आतंकी लड़ाके अल्लाहू अकबर का नारा लगाते हुए दक्षिणी इजरायल के गांवों में घुस आए थे और अंधाधुंध फायरिंग की थी। इसमें 1200 लोगो मारे गए थे। इसके अलावा हमास आतंकी 240 लोगों को बंधक बनाकर गाजा ले गए।
CNN को एक लड़ाकू पैरामेडिक ने पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि एक घर में फर्श पर लड़की पेट के बल पड़ी थी। उसकी अवस्था देखकर उन्हें इसमें कोई संदेह नहीं था कि किशोरी के साथ बलात्कार किया गया है, लेकिन उन्हें यह नहीं पता था कि वह बलात्कार से पहले मार दी गई थी या रेप के बाद मार दी गई।
बता दें कि अन्य लोगों ने नोवा संगीत समारोह में इसी तरह की भयावहता की सूचना दी थी, जहां सैकड़ों युवा आतंकवादियों द्वारा मारे गए थे। उत्सव के एक आयोजक रामी शमूएल ने कहा कि जब वह भाग रहा था तो उसने महिला पीड़ितों को बिना कपड़ों के देखा था, और जो कुछ हुआ उसके बारे में उसे कोई संदेह नहीं है। उन्होंने सीएनएन को बताया, “उनके पैर फैले हुए थे और उनमें से कुछ को मार डाला गया था।” उन्होंने कहा कि उन्हें हालात देखकर ऐसा लगता है कि हमास के आतंकियों ने युवा और सुंदर महिलाओं का रेप करने के लिए ही उन्हें टारगेट किया था।