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ट्रंप ने काश पटेल को अगला FBI निदेशक पद के लिए नामित किया

वाशिंगटन। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार (स्थानीय समय) को संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) के अगले निदेशक के रूप में सेवा करने के लिए कश्यप काश पटेल का नाम नामित किया. इस तरह काश पटेल नए प्रशासन में सबसे ऊंचे पद ग्रहण करने वाले भारतीय अमेरिकी बनेंगे. इसी के साथ ट्रंप ने न्यूयॉर्क के रियल एस्टेट डेवलपर चार्ल्स कुशनर को फ्रांस में अपना राजदूत नामित किया.

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में ट्रंप ने पटेल के नामांकन की घोषणा की. इस दौरान काश पटेल की पूर्व की भूमिकाओं और उनके योगदान पर प्रकाश डाला गया. ट्रंप ने तथाकथित ‘रूस बम विस्फोट की धमकी’ की जांच में पटेल के काम की प्रशंसा की तथा उन्हें ‘अमेरिका फर्स्ट’ योद्धा बताया, जिन्होंने अपना करियर भ्रष्टाचार को उजागर करने न्याय की रक्षा करने तथा अमेरिकी लोगों की सुरक्षा करने में बिताया है. ट्रंप ने अपने स्वामित्व वाले सोशल मीडिया मंच ‘ट्रुथ सोशल’ पर कहा कि मुझे यह घोषणा करते हुए गर्व महसूस हो रहा है कि कश्यप ‘काश’ पटेल एफबीआई के अगले निदेशक के रूप में काम करेंगे.

उन्होंने ‘रूस’ के झांसे को उजागर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, सच्चाई, जवाबदेही और संविधान के हिमायती के रूप में खड़े रहे. काश ने मेरे पहले कार्यकाल के दौरान एक अविश्वसनीय काम किया, जहां उन्होंने रक्षा विभाग में चीफ ऑफ स्टाफ, राष्ट्रीय खुफिया विभाग के उप निदेशक और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में आतंकवाद निरोध के वरिष्ठ निदेशक के रूप में कार्य किया. काश ने 60 से अधिक जूरी ट्रायल भी किए हैं.

ट्रंप ने पटेल को बढ़ती अपराध दर, आपराधिक गिरोहों और अमेरिकी सीमा पार मानव और मादक पदार्थों की तस्करी जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों से निपटने का काम सौंपा. उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि पटेल अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी के अधीन काम करेंगे ताकि एफबीआई के मूल आदर्श वाक्य: निष्ठा, बहादुरी और ईमानदारी को बहाल किया जा सके.

डोनाल्ड ट्रंप ने 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में अपनी जीत के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में दूसरा कार्यकाल सुरक्षित कर लिया है. उन्होंने 295 इलेक्टोरल वोट जीते हैं, डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी कमला हैरिस को हराया है. उन्हें 226 वोट मिले हैं. अपनी जीत के बाद से ट्रंप ने जनवरी 2025 में अपने औपचारिक उद्घाटन की तैयारी में अपनी विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा टीम को अंतिम रूप देने के लिए तेजी से कदम उठाए हैं.

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