लखनऊ। योगी सरकार ने मोदी सरकार की योजनाओं के बारे में फ़ीडबैक लेने के लिए बड़ा फ़ैसला किया है. ये कल्याण मित्र जनता को योजनाओं के बारे में भी बताएंगे. राज्य के सभी ब्लॉक में एक लोक कल्याण मित्र की तैनाती की जाएगी . यूपी में 823 ब्लॉक हैं. लोक कल्याण मित्र को हर महीने 25 हज़ार रूपये वेतन मिलेंगे. इसके अलावा 5 हज़ार रूपये यात्रा भत्ता भी दिया जाएगा. मंगलवार को कैबिनेट की बैठक के बाद इस फ़ैसले का एलान किया गया.
लोक कल्याण मित्र के बहाने योगी सरकार ने एक तीर से कई निशाने साधने की तैयारी की है. बीजेपी और आरएसएस से जुड़े लोगों को काम मिल जाएगा. यूपी में बीजेपी की सरकार बनने के बाद से ही पार्टी कार्यकर्ता अनदेखी किए जाने की शिकायतें करते रहे हैं. लोक कल्याण मित्र की नौकरी तो फ़िलहाल साल भर की होगी. लेकिन आगे इसे बढ़ाई भी जा सकती है.
मोदी सरकार की उज्जवला गैस योजना, शौचालय योजना, पीएम आवास योजना का ग्राउंड पर कितना असर है ? जिन लोगों को ये सुविधा मिली है, वे मोदी सरकार के बारे में क्या सोचते हैं ? इन योजनाओं को लागू करने में किस तरह की गड़बड़ियां हो रही हैं ? आख़िर कौन लोग ऐसा करते हैं ? इन सबकी जानकारी इकट्ठा कर लोक कल्याण मित्र राज्य सरकार तक पहुंचाएंगे.
इस तरह की शिकायतें आम हैं कि लोगों को पता नहीं रहता कि योजनाओं का लाभ कैसे लिया जाए. किस तरह के लोगों को योजना का फ़ायदा मिल सकता है? ग़रीब और अनपढ़ लोग सरकारी दफ़्तरों के चक्कर लगाते रहते हैं. लोक कल्याण मित्र अब ऐसे लोगों की मदद करेंगे. उनका फ़ार्म भरवायेंगे. सरकारी कर्मचारियों और अफ़सरों की मदद से लोगों तक मोदी सरकार की योजना पहुंचाएंगे. लोक कल्याण मित्रों से मिले फ़ीडबैक के आधार पर बीजेपी को इस आधार पर अगले चुनाव की रणनीति तैयार करने में मदद मिलेगी. किस जाति और बिरादरी में मोदी सरकार का कितना असर है ? इसके हिसाब से बीजेपी अपनी रणनीति में बदलाव कर पाएगी.