नई दिल्ली। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों में मोदी सरकार को घेरने के लिए विपक्षी दल महागठबंधन की कवायद में जुटे हुए हैं, लेकिन इस गठबंधन पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. अब तो विपक्षी दलों के इस जोड़तोड़ पर आरोप भी लगने शुरू हो गए हैं. दिल्ली की आम आदमी पार्टी ने साफ कर दिया है कि वह इन चुनावों में किसी भी दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी, खासकर बीजेपी के खिलाफ बन रहे महागठबंधन में शामिल होने से ‘आप’ से साफ इनकार किया है. पार्टी ने आरोप लगाया है कि विपक्षी दलों की देश के विकास में कोई भूमिका नहीं रही है.
आम आदमी पार्टी के प्रमुख एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि 2019 में बीजेपी के खिलाफ संभावित महागठबंधन का वह हिस्सा नहीं बनेंगे. केजरीवाल ने कहा कि जो पार्टियां संभावित महागठबंधन में शामिल हो रही है, उनकी देश के विकास में कोई भूमिका नहीं रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार ने दिल्ली में कराए जाने वाले विकास के कार्यों में रोड़े अटकाएं है.
अरविंद केजरीवाल ने रोहतक में संवाददाताओं के साथ हुई बातचीत में कहा कि उनकी पार्टी हरियाणा में विधानसभा चुनाव के साथ-साथ लोकसभा की सभी सीटों पर भी चुनाव लड़ेगी. उन्होंने कहा कि 2019 में वे किसी भी प्रकार के महागठबंधन या अन्य गठबंधन का हिस्सा नहीं बनेंगे.
केजरीवाल ने दिल्ली के रूके हुए कामों के लिए केंद्र की मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि उनके हर उस कदम को रोका गया जो आम जनता की भलाई के लिए कहा था. उन्होंने दावा किया कि हमने दिल्ली में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्रों में क्रांतिकारी काम किये हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी धर्म के नाम पर सिर्फ दिखावा कर रही है. उसे लोगों की भावनाओं से कोई लेना-देना नहीं है.
केजरीवाल ने हरियाणा की बीजेपी सरकार को भी आड़े हाथों लिया. उन्होंने दिल्ली के मुकाबले हरियाणा को विकास के क्षेत्र में जहां पिछड़ा हुआ करार दिया तो वहीं हरियाणा के मुख्यमंत्री को सलाह भी दे डाली कि वह हम से सीख ले कि सही मायनों में विकास कैसे होता है.
उन्होंने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार जब पूर्ण राज्य न होते हुए भी बिजली, पानी, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति ला सकती है तो हरियाणा में खट्टर सरकार ऐसा क्यों नहीं कर सकती है.